भोपाल । कांग्रेस विधानसभा चुनाव में यादव समाज के जनप्रतिनिधियों को टिकट देगी। साथ ही सत्ता में आने पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। यह घोषणा की है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इस वर्ग को आरक्षण दिया भी था, पर भाजपा सरकार ने इसे समाप्त करा दिया। कमलनाथ राजधानी के मानस भवन में कल हुए यादव समाज के जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। यहां नाथ को फिर मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया। कमल नाथ ने स्व़ मुलायम सिंह यादव, सुभाष यादव और शरद यादव का स्मरण करते हुए कहा कि समाज के इन नेताओं ने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी। कांग्रेस की स्पष्ट मांग है कि केंद्र सरकार को जातिगत जनगणना करानी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि कमल नाथ ने हमेशा ओबीसी वर्ग और यादव समाज का सम्मान किया है। एक ही बार आग्रह करने पर उन्होंने भोपाल के अपेक्स बैंक भवन का नाम सुभाष यादव भवन रख दिया। कोई और नेता होता तो ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने को प्रचारित करने के लिए प्रदेश में बड़े कार्यक्रम करता, लेकिन कमल नाथ ने पूरी शालीनता से आरक्षण दिया था। कार्यक्रम में 42 जिलों के सरपंच, जनपद, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद और निकायों के अध्यक्ष शामिल हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि जातिगत समीकरण पर टिकट वितरण नहीं होना चाहिए। जो काबिल हैं उन्हें मौका मिलेगा। मजबूत को टिकट मिलेगा तो पार्टी भी मजबूत होगी।पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव यादवों को उनकी संख्या बल के आधार पर ही टिकट मिलना चाहिए। समाज के राष्ट्रीय महासचिव दामोदर यादव ने कहा कि प्रदेश में 46 सीट यादव बाहुल्य हैं। 20 से 25 सीटों पर यादव समाज के जनप्रतिनिधियों को टिकट दिया जाए। विधायक संजय यादव ने कहा कि सिर्फ खानापूर्ति के लिए जातिगत आधार पर टिकट वितरण न हो। अहीर रेजीमेंट के गठन पर भी कुछ नहीं हुआ।