भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब छह माह का वक्त बचा है। इसके बाद नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। शुक्रवार को कार्यसमिति की बैठक में भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर जमकर निशाना साधा था। शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पलटवार कर कहा कि भाजपा ने चुनाव से 6 महीने पहले ही हार मान ली है।
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब सत्ताधारी पार्टी ने चुनाव से 6 माह पहले ही हार स्वीकार कर ली हो। मुख्यमंत्री सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता जनता के मुद्दों से पूरी तरह कट चुके हैं और कांग्रेस की जनहितैषी घोषणाओं से अपना संतुलन खो बैठे हैं।
कमलनाथ ने कहा कि वे सब मिलकर सुबह शाम मुझे कोसने में लगे हैं। लेकिन मध्यप्रदेश की सम्मानित जनता देख रही है कि भाजपा के नेता मुझे नहीं, मध्यप्रदेश के नव निर्माण के लिए की गई कमलनाथ की घोषणाओं को कोस रहे हैं। भाजपा के लोग महिलाओं के सम्मान में मिलने वाले 1500 को कोस रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के लोग मध्य प्रदेश में मिलने वाले 500 के गैस सिलेंडर को कोस रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता को मिलने वाली 100 यूनिट मुफ्त बिजली को कोस रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता को मिलने वाली 200 यूनिट बिजली के बिल को कोस रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन को कोस रहे हैं। किसानों के माफ होने वाले कर्ज को कोस रहे हैं।
लेकिन याद रखिए कमलनाथ ने 44 साल मध्यप्रदेश की सेवा में बिताए हैं। इस सेवा के मार्ग में चाहे गालियां मिलें, चाहे पत्थर मिलें, चाहे अपशब्द मिलें, मैं सब स्वीकार कर लूंगा, लेकिन मध्यप्रदेश के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दूंगा।