सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में IPL से अलग होगा इम्पैक्ट प्लेयर का नियम...
शुक्रवार को हुई बीसीसीआई अपेक्स काउंसिल की मीटिंग में कई फैसले लिए गए। उसमें इम्पैक्ट प्लेयर रूल के अलावा कई और दिलचस्प फैसले भी लिए गए। बीसीसीआई अगले सीजन में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इम्पैक्ट प्लेयर के नियम को पिछले सीजन और इंडियन प्रीमियर लीग के नियम में दो बदलावों के साथ जारी रखेगा।
इनमें से एक टीमों को टॉस से पहले चार सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स के साथ अपनी प्लेइंग इलेवन का चयन करना होगा। वहीं, दूसरा यह कि टीमें मैच के दौरान किसी भी समय इम्पैक्ट प्लेयर का उपयोग कर सकती हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के पिछले सीजन में, एक टीम केवल पारी के 14वें ओवर से पहले इम्पैक्ट प्लेयर का उपयोग कर सकती थी। बीसीसीआई ने बल्ले और गेंद के बीच कॉम्पिटीशन को बैलेंस करने के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में गेंदबाजों को एक ओवर में दो बाउंसर फेंकने देने का फैसला किया है। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) की अपेक्स काउंसिल की शुक्रवार को मुंबई में हुई बैठक में इस नियम को मंजूरी दी गई। नियम के एक दिशानिर्देश के अनुसार, दोनों टीमों को प्रत्येक मैच में एक ‘इंपैक्ट प्लेयर’ का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी। यह हालांकि अनिवार्य नहीं होगा।
एशियाई खेलों के लिए दोनों वर्गाें में शिरकत करेगा भारत
शीर्ष परिषद ने सितंबर-अक्तूबर में हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए पुरुष और महिला टीमों की भागीदारी भी मंजूर कर दी है। पुरुष स्पर्धा 28 सितंबर से शुरू होगी जिसमें भारत की बी-टीम हिस्सा लेगी, जबकि 19 सितंबर से शुरु हो रही महिलाओं की स्पर्धा में मुख्य टीम शिरकत करेगी। क्रिकेट एशियाड इतिहास में केवल तीसरी बार खेला जाएगा। पिछली बार यह इंचियोन में 2014 में आयोजित हुआ था जिसमें भारत ने हिस्सा नहीं लिया था। यह प्रतियोगिता पांच अक्तूबर से शुरु हो रहे पुरुष वनडे विश्व कप के साथ ही आयोजित हो रही है। बीसीसीआई ने एक नोट में कहा कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को देखते हुए एशियाई खेलों के लिए टीम उतारना एक चुनौती होगी लेकिन राष्ट्र के लिए खेलना भी महत्वपूर्ण है और चुनौतियों से उबरते हुए दोनों वर्गों में भारतीय टीम खेलेगी। भारत पुरुष और महिला वर्ग दोनों में स्वर्ण पदक जीतने का प्रबल दावेदार है।