नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में मूसलधार वर्षा व यमुना में जलस्तर बढ़ने से ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हुई है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब व हरियाणा में कई स्थानों पर जलभराव से ट्रैक को नुकसान पहुंचा है। दिल्ली में यमुना पर लोहा पुल बंद कर दिया गया है। इन कारणों से 201 मेल/एक्सप्रेस और 199 पैसेंजर ट्रेनें निरस्त हो चुकी हैं। 92 ट्रेनों की यात्रा गंतव्य से पहले समाप्त की गई और 68 ट्रेनें निर्धारित स्टेशन से पहले के स्टेशन से रवाना हुईं। इससे यात्रियों की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

किराया वापसी के लिए खोले 18 अतिरिक्त काउंटर

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली, अंबाला, फिरोजपुर और मुरादाबाद मंडलों में ट्रेन सेवा बाधित हुई हैं। यात्रियों को ट्रेनों की स्थिति की जानकारी देने व मदद करने के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने के साथ किराया वापसी के लिए कुल 18 अतिरिक्त काउंटर खोले गए है।

अलग-अलग स्टेशन से वापसी किया यात्रियों का किराया

वहीं, दो दिनों में उत्तर रेलवे के अलग-अलग स्टेशनों से यात्रियों को 52,93,938 रुपये किराया वापस दिए गए हैं। 481 यात्रियों को सड़क मार्ग से कुरुक्षेत्र से चंडीगढ़, शिमला से कालका और हरिद्वार से देहरादून पहुंचाया गया। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि हरियाणा और उत्तराखंड की राज्य सरकारों की सहायता से बीच मार्ग में फंसे यात्रियों के लिए बसें उपलब्ध कराई जा रही है। स्थिति पर नजर रखने के लिए उत्तर रेलवे व मंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। किराया वापसी के लिए नई दिल्ली में दो और पुरानी दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल, हजरत निजामुद्दीन, गाजियाबाद और हापुड़ में एक-एक अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं।