नई दिल्ली । दिल्ली में जी 20 समिट  के मद्देनजर मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहम बैठक की। बैठक के दौरान मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उन पर सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। जी 20 समिट में विदेश से आने वाले मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्था में तैनात किया गया। इस बैठक में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ सीनियर रेजिडेंट एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट भी शामिल हुए। मंत्री सौरव भारद्वाज ने सभी लोगों को संबोधित करते हुए बताया की इस बार जी 20 समिट की जिम्मेदारी भारत को मिली है। दिल्ली में जी20 सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को होगा। इस नाते अन्य सभी सरकारों के मुकाबले दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी सम्मेलन को सफल बनाने में अधिक है। उन्होंने बताया कि सभी लोगों को शिफ्ट में काम करना होगा। मेहमानों की देखभाल के लिए तीन अलग-अलग शिफ्ट में काम किया जाएगा। ताकि आप सब भी स्वस्थ रह सकें और विदेशों से आने वाले मेहमानों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रख सकें। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लगभग डेढ़ सौ से अधिक डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ शामिल पर विदेश से आने वाले मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी है। इस टीम में शामिल लोग विदेशी मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर आने वाली जी 20 समिट में अहम भूमिका निभाएंगे। बैठक में आए सभी डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी की सराहना करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना कल के समय दिल्ली में आप सभी लोगों ने पूरे दमखम के साथ और जुनून के साथ काम किया, अपने परिवार के तमाम लोगों से महीनों दूर रहे और दिन-रात जनता की सेवा की, जिसका नतीजा यह निकला कि पूरे देश में दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की तारीफ हुई। उन्होंने कहा कि न केवल दिल्ली के लोग बल्कि आसपास के राज्यों के लोग भी कोरोना काल में दिल्ली में आए और स्वस्थ होकर घर वापस लौटे। एक बार फिर से एक बड़ी जिम्मेदारी दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के कंधों पर आई है। हम सबको उसी जुनून के साथ काम करना है और विदेशों से आने वाले मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का पूरा ख्याल रखना है। किसी भी मेहमान को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो, यह हम सबकी जिम्मेदारी होगी। मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को शुभकामनाएं देने के साथ-साथ, इस बात की चेतावनी भी दी कि स्वास्थ्य व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं बरती जाएगी।