नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले कुछ तिब्बती लोगों की ओर से विरोध प्रदर्शन किए जाने की आशंका थी। इस वजह से शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली के मजनू का टीला इलाके के पास सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बता दें कि, मजनू का टीला इलाके में बड़ी संख्या में तिब्बती शरणार्थी रहते हैं। वहीं पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने बताया कि, हमने मजनू का टीला इलाके के कुछ हिस्सों में नाकाबंदी की है। साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि तिब्बती लोगों के विरोध की आशंका को लेकर यह कदम उठाया गया है । वहीं जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन आज से राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित किया गया है। शिखर सम्मेलन को लेकर पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नई दिल्ली जिले में पुलिस, अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां ​​कड़ी निगरानी रख रही हैं। दिल्ली पुलिस को 50,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को 9 डॉग स्क्वॉड और घुड़सवार पुलिस द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है। वीवीआईपी मेहमानों के आगमन को लेकर सुरक्षा का पहरा और सख्त कर दिया गया है। सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक ना हो, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने एंटी रॉयट इक्यूपमेंट और एंटी प्रोटेस्ट इक्यूपमेंट से लैस विक्रांत गाड़ियों को तैनात किया है। साथ ही जिन होटलों में मेहमान ठहरेंगे, वहां बिना पास के किसी को भी आवाजाही की इजाजत नहीं है। इसके अलावा, दिल्ली- एनसीआर के एयरपोर्ट पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। गाजियाबंद जिले के हिंडन सिविल एयरपोर्ट पर एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।