वैलिंग्टन । न्यूजीलैंड की एक स्टेफनी एस्टन नामक महिला ने डॉक्टरों से खुद को ईहलेर्स डन्लोस सिंड्रोम नाम रेयर बीमारी से पीड़ित होने की बात बताई थी। लेकिन, उन्होंने महिला पर आरोप लगाया था कि वह झूठमूट का नाटक कर रही हैं। डॉक्टरों ने महिला को मानसिक बीमार भी बताया था।  पता चला है कि, स्टेफनी की मौत 1 सितंबर को उनके घर पर हो गई थी। 
स्टेफनी को इस आनुवांशिक बीमारी के बारे में 15 साल की उम्र में, साल 2015 में होने का पता चला था। वहीं, डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि, वह मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं। इसके बाद उन्हें साइकेट्रिस्ट की निगरानी में रखा गया। स्टेफनी को रेक्टल एग्जामिनेशन कराना पड़ा था, क्योंकि उन पर खुद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा था।  
तीन-तीन स्पेशलिस्ट डॉक्टरों द्वारा ईडीएस डायगनोसिस करने बाद भी स्टेफनी की मौत हो गई। न्यूजीलैंड में ईहलेर्स डन्लोस सिंड्रोम के फुंडेर ने कहा कि अभी तक कुछ नहीं बदला, स्टफनी की मौत ने झकझोर कर रख दिया। डाक्टरों ने महिला पर बेहोशी के झूठे दौरे, बुखार और खांसी का नाटक करने का भी आरोप लगा था।