लगातार चोटों से जूझकर होलकर स्टेडियम में लय हासिल कर शतक जड़ने वाले श्रेयस अय्यर ने इस सफल वापसी का श्रेय खुद को दिया। श्रेयस ने पीठ की चोट के बाद एशिया कप में वापसी की थी, जिसके बाद उन्हें टूर्नामेंट के दौरान ही फिर से बल्लेबाजी के दौरान पीठ में परेशानी के कारण उन्हें फिर दो सप्ताह तक मैदान से बाहर रहना पड़ा था।

इस दौरान उन्हें केवल पाकिस्तान के खिलाफ ही बल्लेबाजी का मौका मिला। इस मैच में उन्होंने 9 गेंदों पर 14 रन बनाए थे। इसके बाद आस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली वनडे में वह जल्दी रन आउट हो गए। अंततः आस्ट्रेलिया के खिलाफ होलकर स्टेडियम में उन्होंने दबाव से उबरते हुए शतकीय पारी खेली और प्लेयर आफ द मैच बनें।

रविवार को 90 गेंदों पर 105 रनों की पारी खेलने वाले श्रेयस ने मैच के बाद पत्रकारों से चर्चा में कहा- मैं मजबूत वापसी करने के लिए बेताब था। मैं अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना चाहता था। आज मुझे मौका मिला और मैं खुश हूं कि मैं इसमें सफल रहा। उन्होंने कहा कि सच कहूं तो मैंने अपनी क्षमताओं पर कभी भी संदेह नहीं किया, क्योंकि मैं जानता था कि मैं नेट्स में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। पाकिस्तान के खिलाफ भी मैंने अच्छी शुरुआत की थी। मैं जानता था कि जल्द मैं लय में आ जाऊंगा।

अय्यर ने कहा कि जब भी आप भारतीय टीम के लिए खेलते हैं तो आप जानते हैं कि हमेशा अंतिम एकादश में आने के लिए प्रतिस्पर्धा बनी रहेगी। इस दौरान आपको सहज रहने और खुद पर भरोसा करने की जरूरत है। निश्चित तौर पर मेरे लिए पिछला कुछ समय मेरे लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा है। सच कहूं तो इस अकेलेपन में अपने पर भरोसा रखने के लिए खुद को श्रेय देता हूं, लेकिन मैं अपने फिजियो, मेरे ट्रेनर, मेरे परिवार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मेरा समर्थन किया और मेरे साथ रहे।