दिल्ली में बिजली की खपत प्रत्येक वर्ष बढ़ रही है। इस बार जून में ही मांग सात हजार मेगावाट से ऊपर पहुंच गई थी। सितंबर में भी अधिकतम मांग सात हजार के करीब थी। इस बार अधिकतम मांग 7438 मेगावाट तक पहुंची थी।

केंद्रीय ऊर्जा प्राधिकरण के अनुमान के अनुसार अगले वर्ष में इसमें सात सौ मेगावाट से ज्यादा वृद्धि हो सकती है। बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) को इसी के अनुरूप व्यवस्था करनी होगी।

केंद्रीय ऊर्जा प्राधिकरण ने पूर्वानुमान किया जारी

बिजली अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं की बढ़ रही संख्या और मौसम के कारण बिजली की खपत भी बढ़ रही है। इसी के आधार पर केंद्रीय ऊर्जा प्राधिकरण ने पूर्वानुमान जारी किया है।

इस वर्ष जून, जुलाई और अगस्त में अधिकतम मांग सात हजार मेगावाट से ऊपर गई थी, लेकिन अगले वर्ष मई से सितंबर तक इससे ज्यादा मांग रहेगी। अगस्त व सितंबर में यह आंकड़ा आठ हजार मेगावाट के पार पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।