नई दिल्ली। असम सरकार एक ऐसा कानून लाने जा रही है,जो बहुविवाह पर रोक लगाने वाला होगा। इसके अलावा लव जिहाद जैसे बेतुके विवादों पर भी विराम लगेगा। अगले साल फरवरी में यह विधेयक विधानसभा में आएगा इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से कहा,बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने वाला विधेयक असम विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा, जो 4 फरवरी से शुरू होगा।इस विधेयक को लेकर कई महीनों तक लोगों और संगठनों से चर्चा हुई इसके बाद इसे अंतिम रुप दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने पहले घोषणा की थी कि इस उपाय में राज्य के भीतर लव जिहाद को समाप्त करने के उद्देश्य से कुछ प्रावधान शामिल होंगे। अधिकारियों ने बताया कि एकाधिक विवाह की प्रथा पर रोक लगाने वाले प्रस्तावित कानून पर टिप्पणी मांगने वाले एक सार्वजनिक नोटिस के जवाब में, राज्य प्रशासन को 149 सिफारिशें मिली हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 146 सिफ़ारिशों ने जनता के व्यापक समर्थन को प्रदर्शित करते हुए इस उपाय का समर्थन किया। तीन संगठनों ने कहा है कि वे बिल के ख़िलाफ़ हैं।21 अगस्त को, राज्य प्रशासन ने एक नोटिस प्रकाशित कर बहुविवाह पर प्रतिबंध के बारे में सार्वजनिक जानकारी मांगी। अधिसूचना में असम के लोगों से 30 अगस्त तक मेल या ईमेल के जरिए अपनी राय भेजने को कहा गया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने इस तरह के कानून को पारित करने के लिए असम राज्य विधानमंडल के विधायी अधिकार की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समूह की स्थापना की।