तेल अवीव । इजरायली सेना ने हमास के सबसे बड़े आतंकी याह्या सिनवार के गढ़ मे सेंध लगाई है। हालां‎‎कि वह बच ‎निकला है, ले‎किन ‎जिस सुरंग में उसका ‎ठिकाना था, उसे ढहा ‎दिया गया है। इस तरह से इजरायली सेना को एक बड़ी कामयाबी मिली है। इस मामले में आईडीएफ ने शुक्रवार को कहा कि उसके सैनिकों ने उत्तरी गाजा में हमास आतंकी याह्या सिनवार के एक गुप्त अपार्टमेंट का पता लगा लिया है। इसने नीचे एक बड़ी सुरंग प्रणाली है, जिसे ध्वस्त कर दिया गया। आईडीएफ का दावा है कि वह लगातार याह्या सिनवार के करीब पहुंच रहा है। हालांकि अभी भी हमास लीडर सेना की पकड़ से दूर बना हुआ है। 14वीं आर्मड ब्रिगेड ने शुक्रवार को गाजा शहर के बाहरी इलाकों में ठिकाने वाले अपार्टमेंट का पता लगाया। बाद में इसकी जांच के दौरान एक सुरंग शाफ्ट भी मिला।
आईडीएफ ने कहा कि उसे अपार्टमेंट में महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जिससे यह निष्कर्ष निकलता है कि सिनवार इसे ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल कर रहा था। सुरंग का शाफ्ट करीब 20 मीटर गहरा था। सुरंग कई शाखाओं में बंटी थी, जिसकी लंबाई 218 मीटर थी। अंडरग्राउंड टनल में एयर फिल्टर, पाइपलाइन, विश्राम और प्रार्थना कक्ष और अन्य उपकरण थे। हमास के आतंकी लंबे समय तक इन बिलों में छिपे रहें, इसलिए यह सारी व्यवस्था की गई थी। इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमले के बाद पहली बार सिनवार ने अपना सार्वजनिक बयान जारी किया। इसमें हमास की उपलब्धियों के बारे में बताया गया। सिनवार के बयान से पहले इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने नए सिरे से धमकी जारी की थी। 
रक्षा मंत्री ने कहा था कि सिनवार जल्द ही हमारी बंदूकों के सामने होगा। 18 दिसंबर को इजरायली मीडिया की ओर से आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि हाल के दिनों में सेना दो सुरंगों तक पहुंचने में कामयाब रही, जहां पहुंचने से ठीक पहले सिनवार छिपा था। दिसंबर 14 को बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कहा जा सकता है कि सिनवार के गिनती के दिन बचे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद से ही सिनवार खान यूनिस में छिपा है। 1989 में दो इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या के लिए इजरायल द्वारा चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।