नई दिल्ली। हाल ही में राशन घोटाले की जांच करने पश्चिम बंगाल पहुंची ईडी की टीम पर हमला हुआ था। इस हमले में कई अफसर घायल हुए थे। इस मामले ने अब सियासी रंग ले लिया है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने गुस्से में यहां तक कह दिया की पश्चिम बंगाल में उत्तर कोरिया की किम जोंग जैसी तानाशाही वाली सरकार चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में लोकतंत्र स्पष्ट रूप से अनुपस्थित है। ऐसा प्रतीत होता है कि ममता बनर्जी उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन जैसी सरकार का नेतृत्व कर रही हैं।पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र जैसा कुछ नहीं है। ऐसा लगता है कि वहां किम जोंग-उन की सरकार है। अधीर रंजन ने कहा है कि अगर हत्या भी हो जाए तो कोई नई बात नहीं होगी। यह ममता बनर्जी का लोकतंत्र है। इस बीच टीएमसी के साथ इंडिया गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस ने भी ममता बनर्जी शासित राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग करके उस पर कड़ा प्रहार किया। पश्चिम बंगाल के प्रभारी और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्य में अब कानून व्यवस्था चरमरा गई है उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी शासित राज्य में अधिकारियों की हत्या हो जाए तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा।
बता दें कि जांच एजेंसी की एक टीम पर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव में उस समय हमला किया गया और उसके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जब वह कथित राशन घोटाले के सिलसिले में टीएमसी के ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी शाहजहां शेख और शंकर अद्या और उनके रिश्तेदारों के घर पर छापा मारने पहुंची थी। सजहान को राज्य मंत्री ज्योतिप्रियो मल्लिक का करीबी सहयोगी माना जाता है। उन्हें करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।बड़ी संख्या में टीएमसी सदस्यों और समर्थकों ने ईडी अधिकारियों का घेराव किया और उनके साथ धक्का-मुक्की की। अधिकारियों को अपने क्षतिग्रस्त वाहनों को वहीं छोड़ने और ऑटोरिक्शा और दोपहिया वाहनों से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी अधिकारियों पर हमले की निंदा करते हुए इसे खतरनाक, निंदनीय और भयानक घटना बताया है।उन्होंने कहा, यह एक भयानक घटना है। यह चिंताजनक और निंदनीय है। लोकतंत्र में बर्बरता को रोकना एक सभ्य सरकार का कर्तव्य है। यदि कोई सरकार अपने मूल कर्तव्य में विफल रहती है, तो भारत का संविधान अपना काम करेगा। उचित कार्रवाई के लिए मेरे सभी संवैधानिक विकल्प आरक्षित हैं। इस चुनाव पूर्व हिंसा का शीघ्र अंत होना चाहिए। यह उस अंत की शुरुआत है। उन्होंने कहा, बंगाल कोई बनाना रिपब्लिक नहीं है। सरकार को लोकतंत्र में बर्बरता बंद करनी चाहिए।