श्रीनगर । लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी ‎बिलाल अहमद सेना से हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया है। ‎मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों से हुई मुठभेड़ में ‎बिलाल मारा गया। पुलिस ने बताया ‎कि वह सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के 2017 में अपहरण और हत्या के मामले में भी शामिल था। इसके साथ ही उसने कई मजदूरों तथा कश्मीरी पं‎डितों की हत्या की थी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के छोटीगाम में आतंकवादी की मौजूदगी के बारे में मिली गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने तड़के इलाके घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। जब सुरक्षा कर्मी संदिग्ध स्थान पर पहुंचे, तो छिपे हुए आतंकवादी ने उनपर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसका उचित जवाब दिया गया और मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के दौरान आतंकवादी की मौत हो गई और मुठभेड़ स्थल से उसका शव बरामद हुआ। आतंकवादी की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन एलईटी से जुड़े चेक चोलन के निवासी बिलाल अहमद भट के रूप में हुई है।
‎बिलाल भट कई आतंकी मामलों में शामिल था, जिसमें सुदसन कुलगाम के निवासी सेना के अधिकारी उमर फैयाज की हत्या का मामला भी शामिल है। मई 2017 में 2 राजपूताना राइफल्स के 22 वर्षीय सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट फैयाज छुट्टियों के दौरान शोपियां में अपने चचेरे भाई के विवाह समारोह में शामिल हुए थे तब आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया था और बाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। शोपियां की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तनुश्री ने बताया कि लेफ्टिनेंट फैयाज की हत्या के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में भट का नाम शामिल था। वह उस समय आतंकियों का सक्रिय सहयोगी था और उसका नाम पु‎लिस की प्राथमिकी में दर्ज किया गया था।
पुलिस ने कहा कि भट ने हरमैन में गैर-स्थानीय मजदूरों पर भी ग्रेनेड फेंका था, जिसके परिणामस्वरूप दो मजदूरों की मौत हो गई थी। भट कश्मीरी पंडित सुनील कुमार की हत्या और एक अन्य कश्मीरी पंडित प्रीतिंबर नाथ को घायल करने में भी शामिल था, जो छोटीगाम शोपियां के निवासी थे। वह छोटीगाम निवासी स्थानीय बाल कृष्ण उर्फ सोनू पर हमले में भी शामिल था। भट स्थानीय युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए उकसाता था और उसने 12 स्थानीय युवाओं को आतंकवादी बनाया था।