पीडित का सगा भाई एसईसीएल कम्पनी में उसके नाम पर कर रहा था फर्जी नौकरी
’जिम्मेदारों के कार्यालय के दरवाजें खटखटाने पर नहीं मिल सका पीडित को न्याय, आखिर किससे लगाए न्याय की गुहार शिवरतन सोनी के पाँच पुत्र सहित तीन पुत्रिया थी जिनमें सबसे बड़ा पुत्र सुरेश सोनी और चैथे नंबर का पुत्र महेंद्र सोनी जिसके नाम से सुरेंद्र सोनी कर रहा था फर्जी नौकरी,
पीड़ित को जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक से न्याय की जगीं उम्मीद
कोतमा। एसईसीएल कंपनी जमुना कोतमा क्षेत्र में एक से बढ़कर एक नटवरलाल मौजूद, फर्जी दस्तावेजों के सहारे कम्पनी में नौकरी कर कई लाखों करोड़ों रुपए का चपत लगाकर नौ दो ग्यारह हो गए हैं। एसईसीएल कंपनी जमुना कोतमा क्षेत्र में आज भी दर्जनों लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर एसईसीएल कंपनी को चूना लगा रहे हैं जिसकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं। अक्सर नौकरी में फर्जीवाड़े के मामले प्रकाश में आते रहते हैं किन्तु थाने में शिकायत के बाद भी कई महीने बीत जाने के बाद भी न स्थानीय थानों द्वारा न ही संबंधित विभागो ब्दास ऐसे जालसाजों के विरुद्ध कार्यवाही करने के नाम से जिम्मेदारों के हाथ पैर उल्टा थर थर कांपने लगते है तभी तो पहरेदार खामोशी से बैठे हाथ पर हाथ धरे नजर आ रहे है। फर्जी नौकरी करने वाले नटवरलाल की पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से हुई शिकायत शिकायतकर्ता महेंद्र सोनी पिता शिवरतन सोनी निवासी चेतना नगर, वार्ड क्रमांक 15. जिला अनूपपुर ने अपने ही सगे बड़े भाई सुरेश सोनी पिता शिवरतन सोनी पुश्तैनी निवासी वार्ड क्रमांक 11. जिला अनूपपुर पर पीड़ित शिकायतकर्ता के नाम पर पूर्व में एसईसीएल कम्पनी में फर्जी नौकरी करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाली थाना अनूपपुर में दिनांक 07.8. 2024 को लिखित शिकायत करते हुए बताया कि उनका स्वयं का सगा बड़ा भाई सुरेश सोनी वर्ष 1989 में एलईसीएल कंपनी जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत 5ध्6 भूमिगत कोयले की खदान में फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने छोटे भाई महेद्र सोनी के नाम पर बदली वर्कर के पद पर कई वर्षों से नौकरी कर रहे थे। शिकायतकती ने जब अपने सगे भाई के कारनामों की शिकायत कोतवाली पुलिस से की तो कोतवाली पुलिस द्वारा कार्यवाही के नाम पर लगातार टालमटोल किया जाता रहा उल्टा जांच अधिकारी व्दारा पीडित को ही परेशान किया जाने लगा। पीड़ित महेंद्र सोनी ने इसके बाद भी हार नहीं मानी और अपने सगे भाई सुरेश सोनी के फर्जीवाड़े की शिकायत दिनांक 19.8.2023 को महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र कार्यालय एवं पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से की जिसके बाद न्याय की आस जगी। नटवरलाल सुरेश सोनी की खुद की शिकायत पुलिस अधीक्षक अनूपपुर एवं महाप्रबंधक जमुना से होते ही कालरी कर्मचारी सुरेश सोनी ने स्वयं वर्ष 2017-2018 में एसईसीएल कंपनी से आनन फानन में रिटायरमेंट ने लिया। जालसाज सुरेश सौनी ने लगभग 29 वर्ष तक एसईसीएल कपनी में पदस्थ रहकर प्रतिमाह 70 से 80 हजार रुपए वेतन लेकर कंपनी को करोड़ों रुपए का बट्टा लगा चुका है और स्वयं नौकरी से रिटायरमेट लेने के बाद लगभग 65 लाख रुपए का ग्रेच्युटी, फंड की राशि ले बैठा है और आज भी लगभग 15 हजार रुपये मासिक पेंशन उठा कर एसईसीएल कम्पनी को चूना लगा रहा है।
पीड़ित न्याय के लिए भटक रहा दर-दर भालूमाड़ा थाना में हुई शिकायत
शिकायतकती महेंद्र सौनी में 12 जनवरी 2024 को एक बार पुनः भालूमाड़ा थाने में शिकायत करते हुए बताया की उसका सगा बड़ा भाई सुरेश सोनी ने उसके नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर सबकी आँखों में धूल झोंककर लगभग 29 वर्षों तक एसईसीएल कंपनी जमुना कौलमा क्षेत्र में नौकरी करता रहा। अपने सगे बड़े भाई सुरेश सोनी के फर्जीवाड़े कारनामों का पता उन्हें तब पता चला जब सुरेश सोनी की भारतीय स्टेट बैंक जमुना कालरी की बैंक पासबुक खाता शिकायतकर्ता महेद्र सोनी को मिला जिसमें उनके भाई सुरेश सोनी कि फोटो लगी यी किन्तु नाम पीड़ित शिकायतकती महेद्ध सोनी का था। शिकायतकर्ता महेंद्र सोनी व्दारा बताया गया कि उसका सगा भाई सुरेश सोनी उसके साथ धोखाधड़ी कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भारतीय स्टेट बैंक जमुना कालरी में अपना नाम महेंद्र सोनी पिता शिवरतन सोनी के नाम से खाता क. 109908 66771 खुलवाया जिससे एसईसीएल कंपनी से प्रतिमाह वेतन मिल सके और अन्य राशि कम्पनी से मिल सके। वहीं दूसरी और बड़ी ही चालाकी के साथ अनूपपुर दुनहरा में बचत खाता संख्या 1494 खाता कमाक 11/204 खुलवाकर स्वयं पीड़ित का बड़ा भाई खुद को दस्तावेजों में सुरेश सोनी बता रहा।
सगे छोटे भाई की आखों में धूल झोककर करता रहा फर्जी नौकरी
शिकायतकर्ता महेंद्र सोनी ने बताया की उसका बड़ा भाई नटवरलाल सुरेश सोनी ने गुपचुप तरीके से अपने फर्जीवाड़े के खेल को अंजाम देता रहा और सगे भाई की आँखों में धूल झोंककर एसईसीएल कंपनी में धोखाधड़ी कर फर्जी नौकरी करता रहा, जबकि नौकरी का सही हकदार पीड़ित महेंद्र न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहा है वहीं दूसरी ओर बड़े ही शातिर तरीके से सुरेश सोनी एसईसीएल कंपनी को चकमा दे कर रिटायरमेंट के सहारे लाखो रूपयो हडप कर मालामाल हो जाता है। फर्जी नौकरी को लेकर पीड़ित महेंद्र सिंह पुलिस कार्यालय का चक्कर लगा लगा कर थक चुके है इसके बावजूद प्रमाणित फर्जीवाड़े पर पुलिस की जांच कछुए की गति पर चल रही है। शिकायतकर्ता छोटा भाई महेंद्र सोनी अपने बड़े भाई सुरेश सोनी के फर्जी नौकरी को उजागर करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक जमुना कोतमा की बैंक पासबुक, खाता की प्रमाणिक छाया कॉफी, वार्ड पार्षद द्वारा जारी सेजरा की प्रामाणिक छायाकापी, राजस्व खसरा की प्रमाणित छायाकापी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित दुलहरा के बचत खाते की प्रमाणिक छायाकापी सहित एसईसीएल कंपनी के ज्वाइनिंग लेटर की छायाकापी पुलिस के समक्ष दस्तावेज के रूप में प्रस्तुत कर चुका है इस बहुचर्चित फर्जीवाड़े मामले में जाँच को लेकर पुलिस प्रशासन की गंभीरता को लेकर ही अब प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं।
कहना है
थाने में शिकायत हुई है दस्तावेजों को लेकर संबंधित विभागों को पत्र लिखा गया है साक्ष्य मिलने पर मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी।
राजकुमार धारिया
थाना प्रभारी भालूमाडा

मैं फर्जी नौकरी कर रहा था तो क्या शिकायतकर्ता 29 वर्षों से सो रहे थे समाचार छापने से कुछ नहीं होता आप स्वतंत्र है।
सुरेश सोनी
सेवानिवृत्त कालरी कर्मचारी