नई दिल्ली । दिल्ली के शराब विक्रेताओं से अधिक पैसा वसूलने के लिए उनपर दबाव बनाने वाले आईएएस अधिकारी अमरनाथ तलवड़े की मुश्किलें बढ़ गई है। बीते सप्ताह उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर केस दर्ज करने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) अब तलवड़े से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए नोटिस तैयार कर लिया गया है। दो दिन के अंदर एसीबी उन्हें दिल्ली आकर जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेज देगी। एसीबी के संयुक्त आयुक्त मधुर वर्मा का कहना है कि गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन व अन्य व्यस्तता के कारण जांच शुरू नहीं की गई थी। एसीपी स्तर के अधिकारी उनसे पूछताछ करेंगे। ज्ञात रहे ऑडियो क्लिप में आईएएस अधिकारी को अपने अधीनस्थ अधिकारी पर शराब विक्रेताओं से अधिक पैसा इकट्ठा करने के लिए दबाव डालते और उक्त रकम में अधिक हिस्सा मांगते हुए सुना गया था। एफएसएल जांच में उनके आवाज की पुष्टि हो जाने के बाद उपराज्यपाल ने तलवड़े के खिलाफ केस दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने गृहमंत्रालय से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की है। तलवड़े इस समय अरुणाचल प्रदेश में तैनात हैं। मामला 2015-16 का है। उस दौरान तलवड़े दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन लिमिटेड (डीएससीएससी) में वरिष्ठ महाप्रबंधक के पद पर तैनात थे। उन्होंने गृहमंत्रालय से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की है। तलवड़े इस समय अरुणाचल प्रदेश में तैनात हैं। मामला 2015-16 का है। उस दौरान तलवड़े दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन लिमिटेड (डीएससीएससी) में वरिष्ठ महाप्रबंधक के पद पर तैनात थे। आरोप है कि उन्होंने डीएससीएससी के प्रबंधक पीके शाही (अब सेवानिवृत्त) पर शराब कारोबारियों से पैसे एकत्रित करने का दबाव बनाया था और उन्हें स्थानांतरित कर देने की धमकी दी थी। दोनों अधिकारियों के बीच टेलीफोन पर बातचीत की बात सामने आई और एफएसएल की जांच में इसे सही पाया गया। एफएसएल की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉल रिकॉर्डिंग सही है और इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। बातचीत में तलवड़े यह भी कबूल किया था कि उन्हें डीएससीएससी का चार्ज संभालने के तुरंत बाद शाही से पांच लाख रुपये मिले थे। तलवड़े डीएससीएससी में 12 जनवरी 2015 से 29 अप्रैल 2016 तक दिल्ली में तैनात थे। नोएडा के रहने वाले एक व्यक्ति ने 21 मार्च 2023 को सतर्कता निदेशालय को शिकायत दी थी। उन्होंने ऑडियो क्लिप वाला पेन ड्राइव भी सौंपा था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि बातचीत एक आईएएस अधिकारी और एक इंस्पेक्टर के बीच हो रही है जो किसी आबकारी मामले में रिश्वत की बात कर रहे हैं।