कन्या शिक्षा परिसर पुष्पराजगढ़ की 54 छात्राएं बीमार
अनूपपुर। जिले के कन्या शिक्षा परिषर पुष्पराजगढ़ में 4 फरवरी की रात शिवरी चंदास मे संचालित स्व सहायता समूह दीदी कैफे का खाना खाकर 54 छात्राएं बीमार पड़ गई। जिसमें से पांच छात्राएं उल्टी दस्त से प्रभावित थी शेष छात्राओं को पेट दर्द की शिकायत थी। सुबह 5 फरवरी को उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्रग्राम में लाया गया जिसमें से पांच छात्राओं को उल्टी दस्त होने कारण भर्ती कर ड्रिप चढ़ाया जाकर उपचार किया गया ।शेष छात्राओ को उपचार के पश्चात तीन घंटे बाद उन्हें वापस छात्रावास भेज दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 4 फरवरी की रात में कन्या शिक्षा परिषर पुष्पराजगढ़ कि छात्राओ के लिए स्व सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे दीदी कैफे शिवरी चंदास से खाना भेजा गया था खाने में पूडी सब्जी एवं चावल भेजा गया था एक दो छात्राओं ने बताया कि पूडी का स्वाद अच्छा नहीं लग रहा था खाना खाने के बाद रात 12ः00 बजे के बाद छात्राओं के पेट में दर्द की शिकायत हुई छात्राओं ने छात्रावास अधीक्षिका को बताया कि उनके पेट में दर्द हो रहा है छात्रावास अधीक्षक द्वारा इलेक्टाल घोल पाउडर बच्चों को दिया गया ।सुबह छात्राओ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्रग्राम ले जाया गया। जहां पर उनका उपचार डॉक्टर सुरेंद्र सिंह एवं उनके स्टाफ द्वारा किया गया। उपचार के पश्चात छात्राओं की हालत में सुधार हुआ। पांच छात्राए हाई स्कूल की थी जिन्हें उल्टी दस्त की शिकायत थी उनको एडमिट कर ड्रिप लगया गय तथा उपचार किया गया। उन्हें शाम तक एडमिट रखने के लिए डॉक्टर द्वारा कहा गया है। मिडिल कक्षाओं की छात्राये की संख्या अधिक थी जिन पर इसका प्रभाव हुआ था।इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्रग्राम में एसडीम पुष्पराजगढ़ दीपक पांडे सी एच एम ओ अवधिया तहसीलदार अनुपम पांडे सीईओ पुष्पराजगढ़ संतोष बाजपेई आजीविका मिशन के अधिकारी स्व सहायता समूह की संचालक श्रीमती चैन वती कन्या शिक्षा परिसर प्राचार्य छात्रावास अधीक्षका प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इनका कहना है
प्राथमिक तौर पर यह फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है।
डॉ सुरेंद्र सिंह
बीएमओ पुष्पराजगढ़
इनका कहना है
दीदी कैफे शिवरी चंदाश से 293 छात्राओं के लिए खाना भेजा गया था जिसमें से 5 छात्राओं को उल्टी दस्त की शिकायत थी शेष 48 बच्चियों को हल्का पेट दर्द, बुखार सर्दी जुकाम ब्लेड चेकअप किया गया है। बाकी छात्राओ को कुछ नहीं हुआ। बीमार होने का कारण क्या हो सकता है पता नहीं।