पेशा एक्ट से गांव में सुलझने लगे मामले पुष्पराजगढ़ के रनाईकापा में मारपीट का मामला सुलझाया
पुष्पराजगढ़। मध्यप्रदेश  के पूर्ववर्ती  शिवराज सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 के पहले मध्यप्रदेश  के आदिवासियों को पेषा एक्ट लागू कर उनके वर्षो पुरानी मांग पूरी की थी जिसके बाद सभी ग्राम पंचायतों में पेषा समितियों का गठन किया गया था। इन समितियों को ग्रामीणों के बीच होने वाले सामान्य लडाई झगडे, आपसी वाद-विवाद निपटाने के लिए ग्रामीण स्तर पर ही शक्तियां प्रदान की गई थी। अब इस एक्ट का फायदा जमीनी स्तर पर देखने को मिल रहा है। ताजा मामला जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत रनाईकापा का है जहां मंगलवार 6 फरवरी 2024 को हुए एक सामान्य लड़ाई-झगड़े का निपटारा गुरुवार 7 फरवरी को पंचायत स्तर पर ही आपसी समझाईस के द्वारा निपटाया गया। और दोनो पक्षो को इलाज के लिए पंचायत द्वारा एक-एक हजार रुपये की राषि दी गई इस समझाइस के साथ की भविष्य में अगर इस प्रकार का झगड़ा पुनः होता है तो दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
यह था मामला
आज दिनांक-07/02/2024 को कार्यालय ग्राम पंचायत रनईकापा अन्तर्गत ग्राम-कुसेरा में यशस्वी सरपंच  नरेश सिंह मार्को जी द्वारा पेसा एक्ट एवं शान्ति विवाद निवारण समिति को उपयोग करते हुए राजेन्द्र सिंह अयाम पिता बाबूलाल व माखन लाल बनवासी पिता हेमालाल के बीच गंभीर मारपीट व लड़ाई-झगड़ा का दोनों पक्षों को समझाइश करा कर अपना सहभागिता निभाते हुए इलाज के लिए अपने जेब से नगद एक एक हजार रूपए दोनों पक्षों को प्रदान किये। एवं सरपंच महोदय जी द्वारा दोनों पक्षों को चेतावनी दिया गया कि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न करने वाले व्यक्ति के ऊपर कठिन से कठिन दंड निर्धारित करते हुए  निष्पक्ष एक पक्षीय कार्यवाही की जावेगी। सरपंच महोदय जी के विवेचना के बाद दोनों पक्षों के परिवार जनों की सलाह पर यह गंभीर मामला पंचायत में समझाया गया।
बनाया गया पंचनामा
आज दिनांक 07/02/2024 दिन- बुधवार को सरपंच को सूचना कामता दास के माध्यम से सुबह 9ः00 बजे दिया गया कि 6/02/2024 के रात को समय लगभग 10ः00 बजे रात्रि में राजेन्द्र सिंह आयाम पिता बाबूलाल सिह ग्राम- कुसेरा के द्वारा- माखनलाल पिता हेमलाल ग्राम कुसरा वाले के घर में जाकर उक्त वादी माखनलाल के सिर पर ईट पत्थरों से अचानक मार-पीट किया गया। जिसका मौका पंचनामा सरपंच व ग्राम के सम्मानीय ग्रामीण जनों द्वारा दोनो पक्षों के बीच पंचागत फैसला के माध्यम से निम्न शर्तों के आधार पर समझाईस किया गया - इस झगड़ा के बारे में गंभीरता से दोनों पक्षों के बारे में देखा गया तो माखन लाल के सिर पर चोटे है। तथा तथा राजेन्द्र सिंह अयाम के सिर मैं, पैर में, हाथ में, चेहरा में ही तथा हाथ में रस्मी बाँधने का भी चोट (निशान) है। जो उचित देखकर चार पंचो  के समक्ष लिखा गया है। जो सत्य व सही है। चार पंचों के समक्ष दोनों पक्ष का पंचों द्वारा बयान व पूछताछ किया, गया दोनों पक्ष वाले अपने-अपने बयान दिये। बही लिखा गया है आज के बाद ऐसा पुनरावृत्ति यदि होता है तो निष्पक्ष एक पक्षीय कार्यवाही किया जायेगा। भविष्य के लिये यह लेख सनद रहे। तथा इलाज के लिए दोनों पक्षों को पंचायत के द्वारा 1000-1000 इलाज के लिए  है। चार पंचों के समक्ष दिया गया है।