नई दिल्ली । एम्स के नर्सिंग कॉलेज के संचालन के लिए अब कॉलेजियम सिस्टम नहीं होगा। नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्या द्वारा कॉलेजियम सिस्टम पर सवाल उठाए जाने के बाद एम्स प्रशासन ने करीब छह माह पुराने अपने आदेश को वापस ले लिया है। इसलिए एम्स के नर्सिंग कॉलेज के संचालन और कामकाज पूरा अधिकार प्राचार्या के हाथ ही होगा। असल में एम्स में लंबे समय से विभागाध्यक्षों की नियुक्ति में रोटेशन सिस्टम लागू करने की मांग होती रही है। इसी क्रम में पिछले वर्ष केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर एम्स में कॉलेजियम सिस्टम लागू हुआ था। इस बाबत सात सितंबर 2023 को एम्स प्रशासन संस्थान के सभी विभागों और नर्सिंग कॉलेज के संचालन के लिए कॉलेजियम का गठन किया था। इसी क्रम में नर्सिंग कॉलेज के लिए कॉलेजियम गठन हुआ था। इसमें में प्राचार्या सहित पांच सदस्य शामिल किए गए थे। इस पर कॉलेज प्रशासन ने तर्क दिया कि नर्सिंग कॉलेज में प्राचार्य स्थायी पद है जो कॉलेज संचालन के लिए जिम्मेदार है। इसलिए कॉलेजियम सिस्टम नहीं होना चाहिए। पीजीआइ चंडीगढ़ में भी अलग नर्सिंग कॉलेज है, लेकिन वहां कॉलेजियम सिस्टम नहीं है। कॉलेज प्रशासन के इस तर्क के बाद एम्स ने नर्सिंग कॉलेज के लिए गठित कॉलेजियम को भंग कर दिया है।