अवैध खनिज उत्खनन को रोकने मुख्यमंत्री का विशेष अभियान अनूपपुर में टाय-टाय फिस्स
खनिज विभाग पुलिस और माफियाओं का गठजोड़ से अभियान को जिले में विराम
इन्ट्रो-प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री की शपथ लेकर मोहन यादव ने खनिज विभाग अपने पास रखा है। जनता में यह विश्वास जगा था कि खनिज विभाग मुख्यमंत्री के पास होने के कारण खनिज संपदा के अवैध खनन पर रोक लगेगी। मुख्यमंत्री ने जनता के विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करते हुए 15 जनवरी से 29 फरवरी तक खनिज संपदा के अवैध खनन को रोकने प्रदेश के सभी जिलों में विशेष अभियान चलाते हुए कार्यवाही के आदेश दे रखे है लेकिन मुख्यमंत्री के इस विशेष अभियान का अनूपपुर में कोई असर नहीं दिख रहा है अगर यह कहा जाए कि मुख्यमंत्री का यह विशेष अभियान अनूपपुर में टॉय टॉय फिस्स हो गया है तो गलत नहीं है।

 


अनूपपुर।
 प्राकृतिक धरोहर के रूप में अपार खनिज संपदा जिसमें कोयला, पत्थर, रेत, मुरूम, बॉक्साइट, ग्रेनाइट से भरपूर अनूपपुर जिला खनिज संपदाओं के खनन के कारण ही प्रदेश के राजस्व में प्रमुख भूमिका निभाता है। यही नहीं यहां की खनिज संपदाओं के कारण अनूपपुर के हजारों लोगों की रोजी-रोटी का भी जुगाड़ होता है। लेकिन देखा जा रहा है कि विगत 5 वर्षों से यहां पर वैध खनन की जगह अवैध खनन का काला कारोबार अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है जिसके कारण प्रदेश सरकार को हर माह करोड़ों के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता है। यह अवैध खनन रुकने की जगह बढ़ता ही जा रहा है जिसके पीछे का मुख्य कारण यही है कि यहां पर खनिज मे विभाग भ्रष्टाचार की गंगा बढ़ रही है और उसमें डुबकी लगाने के लिए राजस्व और पुलिस विभाग भी हरदम तैयार रहता है। स्थित अब तो बद से बदतर होती जा रही है क्योंकि यहां पर खनिज विभाग और राजस्व और पुलिस के साथ अवैध खनन माफियाओं ने इस तरह का गठजोड़ बना लिया है कि वह टूटने की जगह और मजबूत होता जा रहा है। खनिज पुलिस राजस्व और खनन माफियाओं के बीच कुछ सत्ता पक्ष के नेता भी इस काले धंधे के कारोबार में शामिल हैं जिसके कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री का यह विशेष अभियान अनूपपुर जिले में उसे प्रभावी भूमिका में नहीं नजर आ रहा है जितना होना चाहिए यही नहीं इस समय तो यहां पर अवैध रेत बोल्डर और कोयला के खनन माफिया का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है। अब देखना यह है कि इस अभियान के अंतिम सप्ताह में अनूपपुर जिले का राजस्व पुलिस और खनिज विभाग क्या करता है और मुख्यमंत्री जब इस खनिज में अवैध खनन के विशेष अभियान की समीक्षा करेंगे तो यहां के अधिकारी अपने सफलता के पीछे कौन सा कारण गिनाते हैं क्योंकि सच बताने से तो खनिज विभाग रहा और सच भी यही है कि जब तक अवैध खनन में लगे माफियाओं के साथ अनूपपुर के भ्रष्ट खनिज विभाग पर अंकुश नहीं लगेगा तब तक अनूपपुर में अवैध खनन पर रोक नहीं हो सकती।
खनिज विभाग में बह रही भ्रष्टाचार की गंगा पर लगाम जरूरी
अनूपपुर जिले में मुख्यमंत्री का विशेष अभियान अपना कोई असर दिखने में सफल नहीं रहा इसके पीछे का मुख्य कारण यही है कि यहां का खनिज विभाग अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी के साथ कार्य नहीं कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि कई वर्षों से जमे जमाए बैठे यहां के अधिकारियों के भ्रष्ट नीतियों के कारण जिले में अवैध खनन माफियाओं का हौसला बुलंद है यही कारण है कि मुख्यमंत्री के विशेष अभियान पर भी अभी तक कहीं भी अवैध खनन को लेकर जिले में कोई विशेष अभियान या खनिज विभाग की गतिविधियां नहीं देखी जा रही है। काहे बगाहे 1, 2 ट्रैक्टर अवैध रेत से पकड़ने के बावजूद अब ट्रैक्टरों पर अवैध परिवहन का जुर्माना लगाने वाला खनिज विभाग क्या यह बता सकता है कि जिन ट्रैक्टरों पर अवैध परिवहन का वह जुर्माना लग रहा है उन ट्रैक्टरों पर खदान से अवैध खनन करके रेत लादी गई है इसकी जांच और इस पर कार्यवाही कौन करेगा फिलहाल यह लाख टके का सवाल इस समय अनूपपुर में गूंज रहा है जिसका जवाब खनिज विभाग के पास नहीं है।
माफियाओं को बचाने नहीं बनाया जाता अवैध खनन का प्रकरण
खनिज विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि खनिज और पुलिस विभाग जब भी अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर या डिग्गी पड़ती है तो उन पर अवैध परिवहन का प्रकरण तो दर्ज कर लेती है लेकिन अवैध खनन का प्रकरण दर्ज न करके एक तरह से माफियाओं को खुली छूट दे रखी है। सूत्र का दावा है कि अनूपपुर कोतवाली अंतर्गत अब तक एक दर्जन वाहनों को अवैध रेत परिवहन में पकड़ा गया है लेकिन एक ही प्रकरण राजेश तिवारी को छोड़ दिया जाए तो सभी पड़े हुए वाहनों में केवल अवैध परिवहन का ही प्रकरण बनाया गया है। खनिज विभाग के पास क्या इस बात का जवाब है कि जब वह कचरा घाट, याद कर ही बांध के अंदर नदी के तट पर अवैध रेत से लगे ट्रैक्टरों को पकड़ा तो उन पर अवैध खनन का प्रकरण क्यों नहीं दर्ज किया अगर नहीं दर्ज किया तो क्या यह खोजने की कोशिश की जिन ट्रैक्टरों पर वह अवैध परिवहन का प्रकरण दर्ज कर रही है उन पर कहां से किसने अवैध खनन करके ट्रैक्टर को सड़क पर उतारा है।