खेत तालाब में भ्रष्टाचार, सहायक यंत्री, उपयंत्री, सरपंच, सचिव से 3 लाख 40 हजार की वसूली का हुआ था आदेश  
’प्रशासन ने भ्रष्टाचारियो को दी खुली छूट, नही हुई राशि वसूली, आदेशों की उड़ाई गई धज्जियां’

अनूपपुर/कोतमा। जनपद पंचायत अनूपपुर के ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी में वित्तीय वर्ष 2021-22 अंतर्गत मनरेगा योजना के तहत शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के विरूद्ध 4.85 लाख के खेत तालाब निर्माण की स्वीकृति के दुरुपयोग पर बेलियाबड़ी निवासी बिनोद पाण्डेय ने कलेक्टर व सीईओ से 06 फरवरी 2023 को शिकायत की थी। जिसके बाद खेत तालाब मामले की जांच के आदेश हुए थे। जांच के आदेश होने के बाद जनपद पंचायत बदरा के मनरेगा अधिकारी द्वारा जांच की जिसकी कुल व्यय राशि 3.40 लाख का शासन के  राशि का  खेत तालाब निर्माण मैं दुरूपयोग हो चुका था उस समय के तत्कालीन सहायक यंत्री एम.के. एक्का, तत्कालीन उपयंत्री मनरेगा रिन्कू सोनी व तत्कालीन सरपंच बेलिया बड़ी गुड़िया बाई व तत्कालीन सचिव वीरभद्र जोषी से 3.40 लाख का समानुरूप राशि 85-85 हजार की वसूली के आदेश अपर कलेक्टर विकास एवं विहित अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर अभय सिंह ओहरिया द्वारा जारी किए गए हैं। संबंधितों को जिला पंचायत अनूपपुर के खाते में वसूली राशि सात दिवस के अन्दर जमा करने हेतु आदेशित किया गया है। ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी में धानवती पिता ददन सिंह निवासी ग्राम पकरिया ग्राम पंचायत लामाटोला जिनका जॉब कार्ड क्रमांक-02ध्31-ए है, जो ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी के निवासी नही हैं और न ही ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी के जॉब कार्डधारी हैं। उन्हें ग्राम पंचायत के निवासी नही होने के बाद भी मनरेगा अंतर्गत खेत तालाब की स्वीकृति दी गई। इस संबंध में दोषी संबंधित जनों के विरूद्ध जिला पंचायत द्वारा कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था। इसके पश्चात् भी इनके द्वारा न तो जवाब दिया गया और न ही उपस्थित हुए। जिस पर जिला पंचायत के विहित अधिकारी अपर कलेक्टर विकास द्वारा राशि वसूली के आदेश जारी किए गए  लेकिन आज दिनांक तक वसूली राशि जमा नहीं की गई इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत द्वारा  शासन प्रशासन एवं उच्च अधिकारियों का  नियम एवं आदेशों की अवहेलना लगातार हो रही है अब देखना यह है कि इन भ्रष्टाचारियों पर कब तक कार्यवाही की जाएगी या कागजों पर ही सिमट कर रह जाएगा और इन लोगों को अभयदान दे दिया जायेगा। ’जिला पंचायत अनूपपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा से जब इस वसूली राशि जमा न होने के संबंध में बात करना चाहा तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया’।