नई दिल्ली । दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन टूटने की कगार पर पहुंच गया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस दिल्ली में चार लोकसभा सीटें मांग रही है। सूत्रों की मानें तो आप का कहना है कि कांग्रेस गठबंधन करना ही नहीं चाहती है। बीते दिनों में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस को एक सीट देने की बात कही थी। इसको लेकर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी थी और बीजेपी ने तंज किया था। इससे पहले मंगलवार (20 फरवरी)  को आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि था लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत अंतिम चरण में है और जल्द ही गठबंधन की घोषणा की जाएगी। सीएम केजरीवाल ने पंजाब में आप के अकेले आम चुनाव लड़ने के फैसले पर पार्टी द्वारा पुनर्विचार करने की संभावना को खारिज कर दिया था। दिल्ली में कांग्रेस के साथ आप के गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा था कि कई दौर की चर्चा हो चुकी है और चीजें अंतिम चरण में हैं। उन्होंने कहा था, ‘‘उनके (कांग्रेस) साथ गठबंधन की घोषणा बहुत जल्द की जाएगी।’’ बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। मंगलवार को सीएम केजरीवाल ने कहा था कि बीजेपी को हराया जा सकता है और ये हमने (कांग्रेस-आप गठबंधन) चंडीगढ़ मेयर चुनाव में करके दिखाया है। उन्होंने साथ में ये भी कहा था कि जो लोग देश में लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं उन्हें इंडिया गठबंधन के साथ आना चाहिए। दिल्ली में लोकसभा की कुल सात सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दलों का खाता नहीं खुला था। सातों सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी।