नई दिल्ली । वैसे तो मेट्रो का रखरखाव लगभग हर रोज होता है। लेकिन कुछ दिन ऐसे होते हैं जब दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन सबसे ज्यादा साफ-सफाई में जुट जाती है। हर दिन डीएमआरसी को तीन घंटे का समय मिलता है जब ट्रेनें डिपो में आती है और उनकी जांच के लिए उन्हें वक्त मिलता है। होली वाले दिन जब पूरा शहर रंगों में सराबोर हो जाता है, तब दिल्ली मेट्रो उस दिन का फायदा उठाती है। क्योंकि उस दिन उसकी सेवाएं दोपहर 2 बजे से शुरू होती हैं। पूरे साल में यही एक ऐसा समय होता है जब ट्रेनें सुबह साढ़े चार बजे डिपो से नहीं निकलती हैं। इस खास समय का उपयोग करके दिल्ली मेट्रो अपने स्टेशनों और ट्रेनों की अच्छी तरह से सफाई कर लेती है। होली के दिन जब मेट्रो लगभग 10 घंटे तक बंद रहती है, तो डीएमआरसी के अलग-अलग विभाग बड़े जोश से काम करते हैं। इस दिन वो सुरंगों की लाइट बदलते हैं, क्रॉस पैसज पंपों की मरम्मत करते हैं और सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार करते हैं। बाकी दिनों में, मेट्रो को अपने सामानों की देखभाल के लिए सिर्फ 3 घंटे ही मिलते हैं, जब ट्रेनें डिपो में खड़ी होती हैं। हर कुछ महीनों में, दिल्ली मेट्रो रात के 11 बजे से सुबह 6 बजे के बीच रखरखाव के लिए मेगा ब्लॉक करती है। जब यात्री सेवाओं का समय समाप्त हो जाता है तब ये मेगा ब्लॉक किया जाता है। अंतिम मेगा ब्लॉक 23 दिसंबर को यमुना बैंक से इंद्रप्रस्थ स्टेशन तक किया गया था।