संतदास,रामगोपाल, विक्रम का नया ठिकाना,देखें कल रात कहाँ से चोरी हुई रेत, पुलिस हाँथ पर हाँथ धरे बैठी,खनिज चिरनिद्रा में 
अनूपपुर - जिले में इन दिनों रेत माफियाओं का कहर लगातार जारी है और जिला मुख्यालय में खास तौर से रेत माफियाओं पर अंकुश लगा पाना न तो पुलिस और न ही खनिज विभाग के बूते की बात रही एक तरफ जहां करहीवाह में दो दो ठीहे बना कर रेत माफिया रेत की चोरी कर रहे है तो दूसरी तरफ बरबसपुर में रेत माफिया संतदास,रामगोपाल,और विक्रम की जोड़ी ने बरबसपुर में एक नया ठिकाना बना लिया है और बीती रात वही से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन को अंजाम दिया गया मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस से सांठगांठ कर नया रास्ता बना कर रेत की चोरी की गई है,हम आप को बता दें कि बरबसपुर में धानखरीदी केंद्र के आगे जहां पर इन दिनों क्रिकेट का टूर्नामेंट चल रहा है उस ग्राउंड के बगल से रेत माफ़ियायों ने अंदर जा कर  रास्ता बनाया है और वहां से बीती रात रेत माफियाओं ने अवैध उत्खनन और परिवहन को अंजाम दिया है,
खनिज विभाग से तो उम्मीद करना बेमानी होगी पर अनूपपुर की पुलिस से एक उम्मीद थी पर रात गस्ती टीम से लेकर कोतवाली प्रभारी तक सब के संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार संचालित लगातार हो रहा है
अब एक मात्र उम्मीद जिले के कप्तान जितेंद्र सिंह पवार से है कि अब उनको कोतवाली से लेकर अन्य थानों में सर्जरी करने की जरूरत है चूंकि जब इन्ही थाना प्रभारियों की वजह से रेत माफियाओं के इतने हौसले बुलंद है कि रेत माफिया सीधे पुलिस अधीक्षक तक को चुनौती देते है कि हम रेत चोरी कर रहे है पकड़ सकते है तो पकड़ कर बतायें दुर्भाग्य जनक तो यह है कि चुनौती देने वाले कि गाड़ी तो आज दिनांक तक संबंधित थाने के प्रभारी ने तो नही पकड़ सकी पर उसके उलट जिला मुख्यालय के रेत माफियाओं ने ठिहे बदल बदल कर रेत चोरी कर रहे है और इन पर रोक लगाने की जगह जिम्मेदार संरक्षण देने का काम कर रहे है ,और अगर समय रहते पुलिस अधीक्षक ने इन पर नकेल नही कसी तो पुलिस की गिरती शाख को बचाना मुश्किल हो जायेगा चूंकि इन दिनों पुलिस अधीक्षक हर संभव प्रयास करने में जुटे है पर उनके अधीनस्थ माफियाओं को संरक्षण दे कर पुलिस अधीक्षक की मंशा पर पानी फेर रहे है