डीयू के साउथ कैंपस में पत्रकारिता के बच्चों के लिए बनेगा स्टूडियो

नई दिल्ली । दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिण परिसर में एल्यूमिनी मीट संचार 2024 में 1995 से लेकर अब तक के दिग्गज पत्रकारों ने समारोह में भाग लिया। वर्तमान छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए संचार 2024 को यादगार बनाया। दक्षिण परिसर एक बार फिर से नई-पुरानी यादों का समेटने वाला मौका बन गया, जिसे कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने बखूबी महसूस किया दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस में कोरोना के बाद पहली बार एल्यूमिनी मीट संचार 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम में साउथ कैंपस के हिंदी डिपार्टमेंट से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले छात्रों को बड़ी खुशखबरी मिली। साउथ कैंपस से संचालित जर्नलिज्म पाठ्यक्रम ‘पीजी डिप्लोमा इन हिंदी जर्नलिज्म’ के विभाग प्रमुख अनिल राय ने एल्यूमिनी मीट ‘संचार 2024’ में ऐलान किया कि पत्रकारिता विभाग के लिए जल्द ही स्टूडियो का निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने फंड जारी कर दिया है। स्टूडियो बनने से छात्रों को काफी लाभ मिलेगा। वो इस स्टूडियो के बन जाने से खबरों को लिखने से लेकर उन्हें लोगों तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया को सीखने में मदद मिलेगी। संचार 2024’ में साल 1995 से लेकर वर्तमान समय तक के छात्रों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ पत्रकार अरविंद मोहन के साथ-साथ मौजूदा प्रोफेसर सीमा भारती, वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मिश्रा और प्रोफेसर सुधा ने दीप प्रज्जवलन से की। अरविंद मोहन ने बताया कि वह लगभग 45 सालों से साउथ कैंपस से जुड़े रहे हैं। जब से इस परिसर की नींव रखी गई थी। उनका छात्रों से लगाव और प्यार उन्हें यहां से जोड़े रखता है। पत्रकारिता से जुड़े नए और पुराने बच्चों के साथ उन्होंने मीडिया जगत के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में मीडिया जगत से आए तमाम बड़े और दिग्गज पत्रकारों ने हिस्सा लिया और पुराने दिनों की यादें शेयर की। इस दौरान बच्चों ने पत्रकारिता में भविष्य की तलाश पर अपने सीनियर्स के साथ खुले मंच के माध्यम से बातचीत की। कुछ सीनियर्स ने मीडिया में करियर की शुरुआत करने में आने वाली मुश्किलों को बताया तो कुछ ने मीडिया में काम करते रहने के दौरान फेस की जाने वाली चुनौतियों से छात्रों को अवगत कराया।