इन 5 चीजों से करें रूद्राभिषेक, रोग होंगे खत्म, भगवान शिव की मिलेगी कृपा!

योग नगरी ऋषिकेश एक पावन तीर्थ स्थल है. यहां भगवान शिव के कई सारे प्राचीन मंदिर स्थापित हैं. रोजाना बड़ी संख्या में भक्त यहां रुद्राभिषेक करने आते हैं. वहीं हम आपको ऐसी 5 चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे रुद्राभिषेक करने से कई फायदे होते हैं और साथ ही भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है.
योग नगरी ऋषिकेश एक पावन तीर्थ स्थल है. यहां भगवान शिव के कई सारे प्राचीन मंदिर स्थापित हैं. रोजाना बड़ी संख्या में भक्त यहां रुद्राभिषेक करने आते हैं. वहीं हम आपको ऐसी 5 चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे रुद्राभिषेक करने से कई फायदे होते हैं और साथ ही भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है.
गंगा जल से रुद्राभिषेक करना अनेक आध्यात्मिक और शारीरिक लाभ प्रदान करता हैं. यह जल रोगों के इलाज में मदद करता है और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है. रुद्राभिषेक के दौरान गंगा जल का उपयोग शिव भक्ति में भी होता है, जिससे आत्मा में शांति और ऊर्जा बढ़ती है. इसके अलावा, यह पवित्र जल स्नान करने वालों को पुण्य और शुभकामनाएं प्रदान करता है. इसके साथ ही इससे रुद्राभिषेक करने से घर के कलेश से मुक्ति मिलती है.
भांग के रस का रुद्राभिषेक में उपयोग कई संस्कृति-संबंधित त्योहारों में होता है और इसके कुछ आध्यात्मिक और शारीरिक फायदे हो सकते हैं. भांग का सेवन तंतु, तात्कालिक, और मानव तंत्र को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है.. यह मानसिक तनाव को कम करने और आत्मा को शांति प्रदान करने में मदद करता है. इससे रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है और अच्छी सेहत का वरदान मिलता है.
घी से रुद्राभिषेक करना एक प्राचीन रीति है, जो आध्यात्मिक और शारीरिक लाभ प्रदान करती है. घी का उपयोग शिव पूजा में होता है और इसमें कई गुण होते हैं जो स्वास्थ्य को सुधारते हैं. घी में विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, और हेल्दी फैट्स होता है, जो शारीरिक क्षमता को बढ़ावा देते हैं और त्वचा को नरमी प्रदान करते हैं. इससे रुद्राभिषेक करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती हैं.
शक्कर के पानी से रुद्राभिषेक का काफी महत्व है और इसके कई आध्यात्मिक और शारीरिक लाभ होते हैं. यह पानी तात्कालिक और मानव तंत्र को पौष्टिक तत्वों से भरपूर करता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं.शक्कर के पानी का सेवन भक्ति में भी किया जाता है और इससे रुद्राभिषेक से शिव की कृपा मिलती है, साथ ही मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है.