थाना प्रभारियों के कार्यक्षेत्र की अदला बदली के बाद पुलिस कप्तान का छुट्टी पर जाना बना चर्चा का विषय
बिजुरी में विकास के आने के बाद क्या रुक पायेगा अपराधों की रफ्तार
इन्ट्रो-गुरुवार को देर शाम अनूपपुर पुलिस कप्तान द्वारा चार थाना प्रभारी के कार्य क्षेत्र में अदला बदली के बाद 5 दिन की छुट्टी पर जाना आम जनता के साथ-साथ पुलिस विभाग में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। वही इस बात की भी चर्चा है कि बिजुरी थाना क्षेत्र में कई वर्षों से खूंटा गाड़े राकेश उइके के स्थानांतरण के बाद जिले में पहली पोस्टिंग वहां भेजे गए विकास सिंह क्या आप बिजुरी में बढ़ते अपराधों की रफ्तार पर अंकुश लगा पाएंगे।
(राम भैय्या)
अनुपपुर।
जिले के कई थाना क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के साथ-साथ अवैध रेत के खनन के कारण महीने भर से कई थाना प्रभारी विवादित और चर्चित थे इनमें से कई थाना प्रभारी के अपराधियों और रेत माफियाओं के साठं-गांठ का ऑडियो भी वायरल हुआ था उसके बाद से ही जिले के पुलिस कप्तान पर इस बात का दबाव था जिले की कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरुस्त रखने के लिए भ्रष्ट थाना प्रभारी को उनके वर्तमान कार्य क्षेत्र से हटा कर किसी दूसरे थाना क्षेत्र में भेज दिया जाए जिससे पुलिस और अपराधियों के बीच बढ़ते या यह कहा जाए कि घनिष्ठ होते संबंधों पर रोक लगाई जा सके। पुलिस कप्तान हफ्तों से विचार मंथन के बाद गुरुवार की देर शाम जिले के चार थाना प्रभारी के कार्य क्षेत्र में स बदलाव कर दिया लेकिन उसके बाद पुलिस कप्तान का छुट्टी पर जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां पर यह भी विशेष उल्लेखनीय तथ्य है कि थाना प्रभारियों के कार्यक्षेत्र में दोपहर को ही पुलिस कप्तान ने आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया था लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो वह जब छुट्टी पर जाने के लिए ट्रेन में बैठ गए तो उसके बाद ही थाना प्रभारी के क्षेत्र में अदला बदली का आदेश सोशल मीडिया में वायरल हुआ इसके पीछे पुलिस कप्तान की क्या सोच थी इस बात का अंदाजा तो नहीं है लेकिन सुबह से पुलिस विभाग में जो चर्चा थी वह यह थी कि राजनीतिक दबाव से बचने के लिए पुलिस कप्तान ने अदला-बदली का आदेश डियर शाम को जारी करवाया।
राजनैतिक रसूख के कारण निलंबित होते-होते बचे राकेश उइके
वर्तमान में अनूपपुर जिले में सबसे ज्यादा विवाद चर्चा या यह कहा जाए की सबसे विवादित भ्रष्ट कार्य शैली के कारण बिजुरी थाना प्रभारी महीनों से मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे थे यही नहीं उनकी पुलिस की गतिविधियां और मनमानी भी जनता के लिए एक ऐसा अभिशाप बनता जा रहा था जिससे पुलिस विभाग की स्वच्छ छवि पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे थेस इस थाना क्षेत्र के अपराधियों से लेकर रेत माफियाओं को संरक्षण देने वालों के बीच पुलिस के साथ गठजोड़ का वायरल ऑडियो के बाद इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि पुलिस कप्तान बिजुरी थाना प्रभारी को निलंबित करने की तैयारी में थे लेकिन बताया जाता है कि अपने राजनीतिक रसुख के कारण उनका निलंबन होते-होते बच गया और उन्हें बिजुरी से भालूमाड़ा थाने का प्रभार दे दिया गया। वैसे भी उनके स्थानांतरण मात्र से ही बिजुरी के माफियाओं और अपराधियों को संरक्षण देने वालों में खलबली मची हुई है। वहीं जिला पुलिस लाइन से बिजुरी थाना प्रभारी बनाए गए उनके सामने अपने कार्य क्षेत्र में अपराधी गतिविधियों पर अंकुश के साथ-साथ समाज सेवा का लबादा ओढ़कर पुलिस की दलाली में लिप्त लोगों को भी थाना परिसर से बाहर रखना सबसे बड़ी चुनौती के साथ-साथ जनता का विश्वास जीतना एक मात्र लक्ष्य है जो बड़ा है। पुलिस अधीक्षक ने जिले में पदस्थ चार निरीक्षकों को इधर उधर किया है। कुछ निरीक्षकों को एक ही थाना प्रभारी कई वर्षों से जमा रहने पर तबादला किया है कुछ के अच्छे कार्यो को देखते हुए दूसरे जगह पदस्थ किया हैं। जबकि एक निरीक्षक को पुलिस लाइन से थाना भेजकर विश्वास कायम रखने का मौका दिया है। सूत्र बताते हैं कि कई वर्षों से विवादो में रहे टीआई राजेश उइके को बिजुरी से बदलकर भालूमाड़ा थाना का प्रभार देकर एक बार फिर सुनहरा मौका दिया गया है जो लोगो को समझ नहीं आ रहा है। नए थाना की कमान देने से सवालिया निशान लग गया है। आम लोगों के विश्वास में खरा न उतरना बहुत बड़ी कमी है। जो सुधार के काबिल नही है। कोतवाली में पदस्थ रहें निरीक्षक अमर वर्मा को रामनगर का प्रभारी बनाया है। इसी तरह निरीक्षक अरविंद जैन को अनूपपुर कोतवाली की जिम्मेदारी सौंपी है। पुलिस लाइन से विकास सिंह को बिजली थाने का प्रभार मिला है। यह अदला बदली लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया गया हैं।