नई दिल्ली । सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि महिलाएं मेरे हाथ मजबूत करने के लिए इस बार अपने घर वालों को कसम दें कि वो मेरा साथ दें। सीएम ने महिलाओं को जिम्मेदारी देते हुए कहा कि आपको अपने घर के सभी पुरुषों से भी वोट डलवाना है। उन्होंने कहा कि कई आदमी मोदी-मोदी कर रहे हैं, अगर आपका पति कहे मोदी तो बोलना शाम का खाना नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने सिर की कसम दे देना। आदमी अपनी पत्नी की बात जरूर मानेंगे। सभी माताएं अपने बेटों से कसम खिलाएंगी कि इस बार केजरीवाल को वोट देना है। मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के एलान के बाद शनिवार को महिला शक्ति के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं ने केजरीवाल का इसके लिए धन्यवाद किया। महिलाओं ने सीएम को आप दिल्ली का बेटे कहा। उन्होंने कहा कि आपने जो किया है वो कोई और नहीं कर सकता। सीएम ने कहा कि अभी तक महिला सशक्तिकरण के नाम पर फ्रॉड चल रहा था। सारी पार्टियां कहती हैं कि हम महिलाओं का सशक्तिकरण करेंगे और सशक्तिकरण के नाम पर अपनी पार्टी की किसी एक महिला को कुछ बना देते हैं और कहती हैं कि महिलाओं का सशक्तिकरण हो गया। मैं ये नहीं कह रहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी वाले मेरा विरोध कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैं महिलाओं को पैसे देकर खराब कर रहा हूं, इससे महिलाएं बिगड़ जाएंगी। सीएम ने तर्क दिया कि जब इन्होंने अपने दोस्तों के 11 लाख करोड़ माफ कर दिए, तब वो नहीं बिगड़े तो मेरी माताएं-बहनें हजार रुपये में कैसे बिगड़ जाएंगी? उन्होंने कहा कि जब सभी महिलाओं की जेब में पैसा होगा, तभी असल मायने में महिला सशक्तिकरण होगा। इससे न सिर्फ उनका परिवार सशक्त होगा, बल्कि समाज और देश भी सशक्त होगा। सीएम ने कहा कि महिलाओं को बड़े-बड़े पद और टिकटें भी मिलनी चाहिए। लेकिन उससे केवल दो-चार महिलाओं का ही फायदा होता है। बाकी महिलाओं को कुछ नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि मैं अब हर महिला के पर्स में हर महीने हजार रुपये डालूंगा। खाली जेब से महिला सशक्तिकरण नहीं होता है। जेब में पैसा होगा तभी सशक्तिकरण होगा। मार्केट में जाओ और जेब में पैसा ही न हो तो फिर कैसा सशक्तिकरण। महिलाओं का असली सशक्तिकरण तब होगा, जब हर महिला को हर महीने एक-एक हजार रुपये मिलेंगे। यह पूरी दुनिया का सबसे बड़ा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम होगा। पूरी दुनिया में आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि महिलाओं की 18 साल से ऊपर की पूरी आबादी को हजार-हजार रुपये महीना दिया जाए। एनडीआरएफ की टीम ने बताया कि बोरवेल के ही पैरलल एक और बोरवेल खोदने की तैयारी में है। बोरवेल की गहराई 40-फुट है और इसके अंदर से युवक के निकालना काफी मुश्किल भरा हो सकता है। एनडीआरएफ की टीम को नए बोरवेल की खुदाई में लंबा समय लग सकता है। बोरवेल के पास ही जेसीबी से करीब 50 फुट की खुदाई की जाएगी। फिर पाइप काटकर बोरवेल से युवक को निकाला जाएगा। उधर, बोरवेल से युवक के रेस्क्यू का वीडियो भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे स्थानीय लोग एनडीआरएफी की टीम को बोरवेल की शिनाख्त करा रहे हैं। बताया जा रहा है कि युवक को निकालने के लिए रस्सी भी डाली गई थी। पहले लगा था कि इसकी मदद से युवक को बाहर निकाल लिया जाएगा। लेकिन कोशिश नाकाम रही। बोरवेल के अंदर काफी अंधेरा है। टॉर्च के माध्यम से युवक को देखने की को देखने की कोशिश की जा रही है। उससे लगातार बात करने की कोशिश भी की जा रही है। ताकि वो असहज महसूस न करे। रेस्क्यू टीम युवक को सकुशल बाहर निकालने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही हैं।