लाइफ' का मंत्र लोगों को धरती का रक्षक बनाना है - प्रो श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी

लाइफ' का मंत्र लोगों को धरती का रक्षक बनाना है - प्रो श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी
अमरकंटक| पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन में हर व्यक्ति का योगदान आवश्यक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2021 में ग्लासगो संयुक्तराष्ट्र जलवायु परिवर्तन में दिया हुआ मंत्र सीलाइफ' लोगों को पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीने की प्रेरणा बन सकता है. उक्त उद्गार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रो श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय में आयोजित युवामंथन मॉडल यूनाइटेड नेशन्स कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए. उन्होंने सहभागी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि हम सभी को ऐसी जीवनशैली को अपनाने की आवश्यकता है जिससे संसाधनों का सदुपयोग हो और प्रकृति की रक्षा हो सके. कुलपति जी ने आगे कहा कि हमको इस क्षेत्र के लोगों से सीखने की जरूरत है कि किस तरह से माँ नर्मदा में उनकी श्रद्धा उन्हें पर्यावरण का रक्षक बनाती है. उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए छात्र अधिष्ठाता प्रो भूमिनाथ त्रिपाठी ने कहा कि हमको प्रो प्लेनेट बनने की जरूरत है. अतीत में हमारी संस्कृति में अनेक ऐसी परम्पराएं विकसित हुईं जो पर्यावरण की रक्षा की दृष्टि से आज भी प्रभावी हैं. हमको ऐसी आदतों को अपनाना होगा जिससे संसाधनों की बर्बादी रुके और कार्बन फुटप्रिंट कम करने में मदद मिले. धन्यबाद ज्ञापन डॉ जितेंद्र कुमार सिंह ने किया. तीन तकनीकी सत्र में विभाजित कार्यक्रम में विभिन्न देशों में वर्गीकृत सदस्यों ने संयुक्तराष्ट्र की बैठक के तर्ज़ पर कार्बन फुटप्रिंट, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, हरित ऊर्जा आदि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की और प्रस्ताव पास किए जिनको विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को सौंपा जाएगा. कार्यक्रम का संयोजन प्रो राघवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में किया गया जिसमें 120 डेलीगेट ने सहभागिता की. कार्यक्रम का आयोजन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सभागार में किया गया.