खनिज विभाग को अंधा गूंगा बहरा ना कहा जाए तो क्या बोला जाए फैसला आप पर वेंकटनगर रेत के अवैध भंडारण से उठ रहे सवाल - विजय उरमलिया की कलम से

खनिज विभाग को अंधा गूंगा बहरा ना कहा जाए तो क्या बोला जाए फैसला आप पर वेंकटनगर रेत के अवैध भंडारण से उठ रहे सवाल
अनूपपुर जिले का खनिज विभाग को भ्रष्टाचार मामले में नंबर वन का खिताब के साथ-साथ ऐसी कई उपाधियों से विभूषित किया जा चुका है इसके बावजूद भी खनिज विभाग अपनी भ्रष्टाचार और मनमानी तानाशाही की नीतियों को बदलने को तैयार नहीं है। ताजा मामला व्यंकटनगर के महेशा टोला का है जहां पर तिवारी बंधु खुलेआम अवैध ढंग से रेत का भंडारण और परिवहन कर रहे हैं लेकिन खनिज विभाग को कुछ भी दिखाई नहीं पड़ता यही नहीं जनता की शिकायत भी उसे सुनाई नहीं पड़ती रेत माफियाओं के आगे मौन रहने वाले इस विभाग को अंधा गूंगा बहरा न कहा जाए तो क्या कहा जाए अब यह फैसला अनूपपुर की जनता के ऊपर है।
जैतहरी थाना अंतर्गत वेंकटनगर पुलिस चौकी के जिम्मेदारों के साथ आंख मिचौली का खेल खेलते हुए इस क्षेत्र में रेत माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि वह खनिज विभाग के सारे नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए अवैध रेत के भंडारण का जखीरा तैयार कर लिए हैं। वेंकटनगर के महेशा टोला में एक जगह नहीं कम से कम पांच ऐसी जगह है जहां पर अवैध रेत भंडारण करके रखी गई है वह भी दो, पांच ट्राली नहीं सैकड़ो ट्रालियां रेत का यह अवैध जखीरा अपने आप इस बात का प्रमाण है कि अनूपपुर जिले में रेत माफियाओं के आगे खनिज विभाग बेबस होकर अब सरकार की नहीं रेत चोर माफियाओं की नौकरी में जुटा हुआ है। अनूपपुर जिले के वेंकटनगर के महेशा टोला निवासी तिवारी बंधू अशोक तिवारी, भाई रजनीश तिवारी उर्फ गोलू का अवैध कारोबार चरम सीमा पर है अभी तक दोनों भाई रात को रेत की चोरी करते थे और रात भर रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन करते थे पर इनके अवैध कारोबार में बढ़े हौंसलो की वजह से अब क्या दिन क्या रात लागातर अवैध उत्खनन और परिवहन को अंजाम दे रहे है। ये जो तस्वीरें देख रहे है आप ये अभी कुछ ही घन्टे पहले की है जहां दिनदहाड़े रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है एक तरफ जहां खुले आम खनिज विभाग को चुनौती दे रहे है ये तिवारी बंधू वही पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन रहे है चूंकि वेंकटनगर के महेश टोले पर तिपान नदी के पथर घाट एवं किशोर घाट से लगातार रेत का अवैध उत्खनन और परिवाहन करते हुए कई थानो को खुली चुनौती दे रहे है और बता रहे है की इनके सामने क्या खनिज विभाग क्या पुलिस सब मिल कर भी इन तक नही पहुंच सकते सबसे पहले वेंकटनगर चैकी पुलिस के लिए चुनौती उसके बाद पोंडी आश्रम से केरहा घाट होते हुए अमगवा राजेन्द्रग्राम रूट होते हुए यहां से अमरकंटक तक रेत के अवैध कारोबार किया जा रहा है और वेंकटनगर के बाद राजेन्द्रग्राम पुलिस, उधर अमरकंटक पुलिस को चकमा देते हुए लगातार अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है एक तरफ अशोक तिवारी अनूपपुर जिला मुख्यालय में प्ले स्कूल खोल कर एक तरफ लोगों को समाज की कार्यकर्ता होने का झांसा देते हुए पर्दे के पीछे से अवैध कारोबार का बड़ा माफिया बन चुका है।
तिवारी बंधु को किसका संरक्षण लाख टके का सवाल
वेंकटनगर में रेत के अवैध खनन के साथ-साथ अन्य कई आपराधिक मामलों में पुलिस की फाइलों में दर्ज नाम अशोक तिवारी और रजनीश तिवारी आज एक ऐसा नाम बन गया है जिसके लेने के बाद हर कोई बस यही कहता है कि तिवारी बंधु के अवैध खनन कार्य को किसका संरक्षण है जिसके कारण यह खनन विभाग के सारे नियम कानून को ताक पर रखकर अवैध भंडारण और अवैध परिवहन खुलेआम दिनदहाड़े कर रहे हैंै। फिलहाल खनिज विभाग के साथ-साथ वेंकटनगर पुलिस चैकी और जैतहरी थाने के ऊपर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। लेकिन किसी भी सवाल का जवाब ना तो खनिज विभाग के पास है और ना ही पुलिस विभाग के पास ऐसे में यह माना जा सकता है कि पुलिस और खनिज विभाग तिवारी बंधु के द्वारा ठेके गए चंद चांदी के सिक्कों के सामने अंधे गूंगे बहरे बने बैठे हैं।