सचिव छक्केलाल राठौर की भृष्टाचार कथा प्रथम अध्याय,जहां रहे भृष्टाचार चरम पर जिम्मेदारों ने मूंदी आंखे - विजय उरमलिया की कलम से

सचिव छक्केलाल राठौर की भृष्टाचार कथा प्रथम अध्याय,जहां रहे भृष्टाचार चरम पर जिम्मेदारों ने मूंदी आंखे
अनूपपुर - ग्राम पंचायतों में सचिव का भृष्टाचार पंचायती राज की कमर तोड़ने में आमादा है और इसी में एक बड़े भृष्टाचारी सचिव है छक्केलाल राठौर जो जिस पंचायत में भी रहे भृष्टाचार की इबारत लिखते रहे और जिम्मेदार लागातर इस भृष्टाचारी सचिव को संरक्षण देने का काम करते आ रहे है सचिव छक्केलाल बरगंवा से लेकर लपटा तक लगातार अपनी भृष्टाचार की वजह से सुर्खियों में रहे पर कार्यवाही के नाम पर सब गोलमाल
वर्तमान में लपटा ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव छक्केलाल के भृष्टाचार का खुलासा हम परत दर परत खोलेंगे हर दिन एक नया खुलासा बतायेगा की छक्केलाल ऐसे ही सुर्खियों में रहने वाला सचिव नही है
लपटा ग्राम पंचायत में इन महाशय ने अक्टूबर 2022 से आज दिनांक तक कितने और कैसे कैसे भृष्टाचार किये है सब का खुलासा हम करेंगे
ग्रेवल मार्ग निर्माण से लेकर सामग्री खरीदी से होते हुए मजदूरी भुगतान चेक डैम निर्माण,से लेकर खेल मैदान समतलीकरण के नाम पर लूट का खुलासा हम परत दर परत करेंगे कैसे फर्जी बिलों का भुगतान अपने मनमाने तरीके से किये गये तो हितग्राही मुलक योजनाओं में से एक लघु तालाब निर्माण में भारी भृष्टाचार लाखो रुपये की सामग्री बिना निविदा के ऐसे वेंडरों से खरीदी जिनके पास न दुकान न समान ब्लैंक बिल लेकर अपने मनमर्जी मुताबिक बिल बना कर राशि का भुगतान कितने लाखो का भृष्टाचार सब का खुलासा हम करेंगे ,आप को बता दे सूचना के अधिकार के तहत हमने लपटा ग्राम पंचायत की जानकारी मांगी थी सचिव छक्केलाल के द्वारा आधी अधूरी जानकारी उपलब्ध कराते हुए बहोत सारी जानकारी अपने हिसाब से गुमराह करने के लिए बना कर दी और जो भी जानकारी दी उनका खुलासा हम लगातार करेंगे और फिर भृष्टाचारी सचिव के एक एक भृष्टाचार का खुलासा कब किस पंचायत में कैसे कैसे भृष्टाचार को अंजाम दिया सब कुछ rkexpose एक एक कर के खोलेगा,इस पूरे मामले में उपयंत्री चंद्रप्रकाश विश्वकर्मा की अहम भूमिका हैं ये उपयंत्री महोदय बिना चढ़ोत्तरी के कोई काम ईमानदारी से नही करते और पंचायतों में लगने वाले बिलों में इनका अहम योगदान रहता है उपयंत्री महोदय अपने हिसाब से पंचायत में बिल लगवाते है पुख्ता सूत्रों से खबर है हमने जब सभी फर्जी बिलो पर बात की तो गोलमोल जवाब देते आये वही एसडीओ अमर के पास भी इन दस्तावेजों से सम्बंधित कोई ठोस जवाब नही मिला कुल मिला कर ये कहा जाये कि लपटा ग्राम पंचायत में हुए भृष्टाचार में सब की सहमति थी तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी