जिले के मौसम का बिगड़ा मिजाज हुई भारी बारिश ओंले ने बर्बाद की फसल
अगले 2 दिनों तक बिगड़ा रहेगा मौसम, जिले में बारिश और ओलावृष्टि की  आशंका

 


अनूपपुर।
 विगत दो दिनो से बे मौसम बरसात होने से जिले के मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। एक ओर खेतो में खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है तो दूसरी तरफ ग्रामीणों के आय का प्रमुख स्रोत आम, महुआ, इमली, चार, चिरौंजी जैसे वनोपज को भी भारी नुकसान हुआ है विगत दो दिनो से जारी बारिष और ओले की मार से किसानो के चेहरे में चिंता कि लकीरे खिच गई है।
तो इसलिए बदला है मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के चलते ये स्थिति बनी है। फिलहाल पूर्वी विदर्भ से उत्तरी तटीय तट समुद्र तल से लेकर 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस दौरान दक्षिण पूर्वी हवाएं चलने से प्रदेश का मौसम बदल रहा है। चक्रवाती हवाओं के प्रभाव से पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना जताई गई है।
पहाड़ी और मैदानी इलाको में हुई भारी ओला वृष्टि
विगत दो दिनों से जारी जिले के पहाड़ी और मैदानी इलाको में बारिश  और ओला वृष्टि ने जन जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है खास तौर पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है जिले के पहाड़ी इलाके अमरकंटक में जहां बारिष हुई तो वही पुष्पराजगढ़ के कई इलाको में ओला वृष्टि होने की खबर है पहाड़ी इलाके करपा, लीला, बिलासपुर, खाटी, दमेहड़ी, तुलरा सहित सैकड़ो गांव में बारिश हुई और ओले पड़ने की सूचना है तो वही जिले के मैदानी इलाके जैतहरी में भारी ओला वृष्टि हुई तो जिला मुख्यलाय में भी दो दिनो से रूक-रूक कर बारिष हो रही है। जिले के कोयलांचल क्षेत्र कोतमा, बिजुरी, भालूमाड़ा, जमुना, बदरा में गरज के साथ भारी बारिश हुई और ओला वृष्टि होने की सूचना है।
किसानों की बढ़ी मुसीबत
बीते दिनों की मौसम की मार झेल चुके किसान अभी ठीक से उभर नही पाए है कि एक बार फिर एक सिस्टम एक्चिव हुआ है। बारिश से हुए पिछले नुकसान की भरपाई अभी तक नहीं हुई है। लेकिन अगर फिर बारिश होती है तो किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।