उत्कृष्ट शारीरिक और मानसिक दक्षता भारत के भविष्य का निर्माता है – प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी 
अमरकंटक | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के शारीरिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में आयोजित त्रिदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के समारोप समारम्भ की अध्यक्षता करते हुए माननीय कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी  ने कहा की शास्वत सत्य है की खिलाड़ी कभी उम्रदराज नही होता है, क्योंकि वह निरंतर अभ्यास को बनाए रखता है l आज के दौर में खेल हो या कोई भी क्षेत्र हो उसमे अभ्यास, तकनीक और उपादेयता तीनो के सम्मिलित व सम्यक स्वरूप की आवश्यकता है, तभी उसकी सार्थकता प्रदर्शित हो सकेगी | शीघ्र ही हम खेल की दुनिया में भी महाशक्ति बनेंगे विशिष्ट अतिथि के रूप में द्रोणाचार्य पुरस्कार से अलंकृत ई. प्रसाद राव ने कहा की कबड्डी का खेल हो, दूसरे खेल हो अथवा शिक्षा का क्षेत्र हो  जिस टीम का कैप्टन बेहतर होता है , टीम बेहतर प्रदर्शन करती है l रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष तथा पूर्व निदेशक प्रो. आर. के. यादव ने कहा की आज खेलो के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर स्वरूप बदला है l प्रो कबड्डी दुनिया में स्थान बना चुकी है l आज शिक्षा के माध्यम से ऐसे खेलो के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है l कार्यक्रम में अधिष्ठाता, अकादमिक प्रो. आलोक श्रोत्रीय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए यह कहा की कबड्डी का खेल देशज खेल है, इस खेल से सामाजिकता, सामूहिकता तथा खेल भावना का विकास होता है | समीक्षा प्रतिवेदन कार्यशाला के संगठन सचिव डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय ने प्रस्तुत किया | समारोप समारम्भ में स्वास्ति वाचन विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य द्वय डॉ. त्रयम्बक नाथ पाण्डेय तथा डॉ. सचिन द्रिवेदी ने संपन्न किया | प्रतिभागी बसंत कुमार अंचल तथा नेहा सिंह ने कार्यशाला से प्राप्त ज्ञान और कौशलों की सार्थकता को सभी से साझा किये | कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. ज्ञानेंद्र कुमार रावत ने किया l कार्यक्रम का संचालन शारीरिक शिक्षा विभाग की सहायक आचार्य हिमांशी वर्मा ने तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापन कार्यक्रम के संयुक्त संगठन सचिव डॉ. महेंद्र प्रताप गौर ने प्रेषित किया | इस अवसर पर अधिष्ठाता योग प्रो. जितेंद्र शर्मा,  अधिष्ठाता, व्यवसाय प्रबंधन प्रो. अमरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रो. नवीन शर्मा, प्रो. ए. के. शुक्ला, प्रो. राघवेंद्र मिश्र , प्रो. एम. टी. नागराजू, प्रो. शमीम अहमद,  प्रो. सुबोध सिंह, प्रो. सुनील गौरहा, प्रो. अभिमन्यु सिंह, डॉ. अजय सिंह, डॉ. मुकेश उपाध्याय, डॉ. टी. प्रभाकर रेड्डी, डॉ. अजय राय, डॉ. बसंत अंचल, डॉ. मुकेश बिहारी घोरे, डॉ. रामायण प्रसाद, डॉ. अजय कुमार यादव, डॉ. सुरेश कुमार सिंह पवार,  डॉ. मनीष कुमार नामदेव, डॉ. राम जी मिश्रा, डॉ. दिलीप चौधरी, डॉ. आलोक कुमार, डॉ. राकेश प्रसाद, डॉ. दीपक कुमार हथिया, डॉ. आनंद कुमार मिश्र, डॉ. निपेंद्र सिंह करचुली, डॉ. ललित कुमार मिश्र, डॉ. हरेराम पाण्डेय, डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह, डॉ. प्रवीण, डॉ. दिग्विजय नाथ चौबे, डॉ. पंकज तिवारी, डॉ. संजय यादव, डॉ. कृष्णमुरारी सिंह व अन्य शिक्षक सहित सभी प्रतिभागी तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे ।