27 को कांग्रेस का साथ छोड़ेंगे दर्जनों वरिष्ठ कांग्रेसी तो वही जी 20 की होगी कांग्रेस में वापसी
कोतमा की कांग्रेस की राजनीति से अलग-थलग दिखेंगे सुनील सराफ
इन्ट्रो-शहडोल लोकसभा के कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन रैली जुलूस और सभा के दौरान जहां जिले के एक दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हाथ का साथ छोड़कर भाजपा का दुपट्टा ओढ़ेगे वहीं कांग्रेस सूत्रों की माने तो इस दिन होने वाली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की सभा में कांग्रेस से निष्कासित चल रहे जी 20 के नेताओं की कांग्रेस में वापसी की घोषणा कर सकते हैं।

 


(राम भैय्या)
अनूपपुर।
 आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियों द्वारा अपने नामांकन का दूसरा सेट दाखिल करेंगे इस दौरान दोनों पार्टियों की तरफ से प्रदेश के कई वरिष्ठ नेताओं के आगमन की संभावना व्यक्त की जा रही है वही इस बात की भी चर्चा चल रही है कि लोकसभा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के समर्थन में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। भाजपा में चल रही चर्चा के अनुसार शिवराज सिंह के सामने कांग्रेस के कई नगर पंचायत के पार्षद और कोतमा नगर पालिका के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित कांग्रेस के एक पूर्व अध्यक्ष भाजपा का दामन थाम सकते हैं। वहीं कांग्रेसी खेमे में यह स्पष्ट हो गया है कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के पूर्व विधायक सुनील सराफ से नाराज चल रहे कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस के ही पूर्व विधायक मनोज अग्रवाल के सात कदम से कदम मिलाकर बगावत का बिगुल बजा दिया था। ऐसे कांग्रेसी नेताओं को कांग्रेस ने चुनाव के एैन वक्त पहले निष्कासित करके कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा  दिया गया था ऐसे नेताओं की भी कांग्रेस में वापसी की घोषणा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी कर सकते हैं।
कांग्रेस के पूर्व विधायक सुनील सराफ पडे़गे अलग-थलग
27 तारीख को शहडोल लोकसभा भाजपा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के दूसरे नामांकन सेट के दौरान होने वाली नामांकन रैली और जनसभा में अभी तक जिन कांग्रेसियों की भाजपा में जाने की चर्चा चल रही है उनमें से अधिकतर कांग्रेसी नेता कांग्रेस के पूर्व विधायक सुनील सराफ के बेहद करीबी माने जाते हैं। सूत्रों की माने तो बीते दिनों कोतमा भाजपा विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल ने खुली मंच से इस बात की घोषणा कर दी थी कि कोतमा नगर पालिका के अध्यक्ष कोतमा नगर पालिका के उपाध्यक्ष सहित जहां कोतमा के तीन और कांग्रेसी पार्षद भाजपा में जा सकते हैं वहीं कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान में पूर्व विधायक सुनील सराफ के सबसे बड़े रणनीतिकार भी अपने दर्जनों साथियों के साथ हाथ का साथ छोड़कर भाजपा में जा सकते हैं। जिला अध्यक्ष देखा जाए तो उक्त सभी कांग्रेसी नेता पूर्व विधायक सुनील सराफ के समर्थक हैं। और उनके जाने के बाद सुनील सराफ के पास कोई भी जनाधार वाला कांग्रेसी नेता नहीं बचेगा। वही सुनील सराफ के लिए इससे भी बड़ी खबर यह है कि उनके राजनीतिक विरोधी समझे जाने वाले जी 20 के कई बड़े नेता जिसमें से एक कांग्रेस के पूर्व विधायक सहित कांग्रेस जिला संगठन के पूर्व में रहे कई पदों पर कागज कर चुके कांग्रेसी नेताओं की भी कांग्रेस में वापसी हो रही है। एक तरफ सुनील सराफ के कट्टर समर्थक कांग्रेस को छोड़कर जा रहे हैं तो दूसरी तरफ सुनील सराफ के कट्टर राजनीतिक दुश्मन कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं ऐसे में अगर यह कहा जाए की अब सुनील सराफ के लिए कोतमा विधानसभा में राजनीति करना आसान नहीं होगा फिलहाल तो वह कोतमा की राजनीति में अलग अलग दिखाई दे रहे हैं।
शहडोल से भी नगर पालिका अध्यक्ष सहित कई बड़े नेताओं के नाम
भाजपा प्रत्याशी की नामांकन रैली में शिवराज सिंह के सामने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं की सूची जो भाजपा कार्यालय में तैयार की जा रही है उसके अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने शहडोल नगर पालिका के कांग्रेस अध्यक्ष सहित दो अन्य नगर पालिकाओं के कांग्रेसी अध्यक्ष भी भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। भाजपा सूत्रों की माने तो कांग्रेस के कई दर्जन बड़े नेता जो शहडोल जिला कांग्रेस कमेटी में वर्तमान में पदाधिकारी हैं और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी साथ में भाजपा में जाने की तैयारी में है। फिलहाल देश और प्रदेश के बड़े नेताओं की भाजपा में जाने की होड़ तो मची हुई है लेकिन अब शहडोल संसदीय क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं का लोकसभा चुनाव के एैन वक्त पर कांग्रेस का साथ छोड़ने के कारण कहीं ना कहीं कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव की तैयारी पर असर डाल सकता है।