जयप्रकाश अग्रवाल की भाजपा में नो एंट्री बिसाहू लाल ने लगाया वीटो जिले में बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी मंत्री दिलीप जायसवाल और विधायक बिसाहू लाल आमने-सामने

जयप्रकाश अग्रवाल की भाजपा में नो एंट्री बिसाहू लाल ने लगाया वीटो जिले में बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी
मंत्री दिलीप जायसवाल और विधायक बिसाहू लाल आमने-सामने
इन्ट्रो-अनूपपुर जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी में कोतमा विधायक प्रदेश सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल और अनूपपुर विधायक प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह में तनातनी की खबरें निकल कर सामने आ रही है। फिलहाल बिसाहू लाल के वीटो लगाने के बाद जयप्रकाश अग्रवाल को भाजपा में नो एंट्री का बोर्ड दिखा दिया गया है वही जिले में राजनीतिक सर गर्मी बढ़ गई है।
(राम भैय्या)
अनूपपुर। कई दिनों से अनूपपुर जिले के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष और कुशल संगठन करता जयप्रकाश अग्रवाल अपने दर्जनों साथियों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। सूत्रों की माने तो जयप्रकाश अग्रवाल के भाजपा में शामिल होने की तिथि भी तय कर दी गई थी और लोकसभा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के नामांकन रैली के दौरान प्रदेश से आए हुए भाजपा नेताओं के सामने जयप्रकाश अग्रवाल भाजपा की सदस्यता लेने वाले थे। लेकिन सूत्रों की मानें तो एन वक्त पर अनूपपुर भाजपा विधायक और प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने जयप्रकाश अग्रवाल के भाजपा में एंट्री लेने पर आपत्ति जताते हुए उनके भाजपा में शामिल होने पर अपनी नाराजगी व्यक्ति की जिसके कारण जयप्रकाश अग्रवाल भाजपा में शामिल नहीं हो सके हां यह दीगर बात है कि बुधवार को देर शाम नगर के एक होटल में अपने साथियों के साथ प्रेस कांफ्रेंस करके जयप्रकाश अग्रवाल ने कांग्रेस को अलविदा बोल दिया। फिलहाल जयप्रकाश अग्रवाल के भाजपा में शामिल न होने के कारण जहां बुधवार को दिनभर भाजपा खेमे में अटकलें और चर्चाओं का बाजार गर्म रहा वही यह भी माना जा रहा है कि कोतमा भाजपा विधायक दिलीप जायसवाल के द्वारा भाजपा में शामिल होने वाले जयप्रकाश अग्रवाल को लेकर बिसाहू लाल की आपत्ति सीधे-सीधे दिलीप जायसवाल के अनूपपुर विधानसभा में दखल देने पर भी बिसाहू लाल द्वारा अंकुश लगाने की कोशिश की गई है जिसकी चर्चा वर्तमान में जिले के राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है।
स्थानीय विधायक और जिला अध्यक्ष की सहमति अनिवार्य
वैसे तो भाजपा देश भर में अपना परिवार बढ़ाने के लिए विभिन्न दलों के राजनीतिक व्यक्तियों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिला रही है और यही क्रम इस समय अनूपपुर जिले में भी चल रहा है। वहीं भाजपा सूत्रों का दावा है कि किसी बड़े राजनीतिक चेहरे को भाजपा में शामिल करने के पहले जिला अध्यक्ष के साथ-साथ उस क्षेत्र के विधायक की भी सहमति अनिवार्य है। सूत्रों की माने तो जैसे ही बिसाहू लाल के पास जयप्रकाश अग्रवाल के भाजपा में शामिल होने का अनुमोदन का प्रस्ताव आया वैसे ही बिसाहू लाल ने इस पर कई आपत्ति दर्ज करते हुए जिला अध्यक्ष और प्रदेश संगठन को जयप्रकाश अग्रवाल को भाजपा में लेने पर अपनी आपत्ति जाता दी। यही नही बिसाहू लाल ने जिला अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेष को भी यह बता दिया कि बिना उनकी जानकारी में लाए अनूपपुर विधानसभा से किसी भी दल के नेताओं को भाजपा में शामिल न किया जाए क्योंकि वहुत सारे अवसर वादी लोग अपना हित साधने के लिए भाजपा में आने की तैयारी में है। जिनके आने से भाजपा का माहौल खराब होगा।
बिसाहू लाल बनाम दिलीप की जंग का नया रंग
यहां पर यह विशेष उल्लेखनीय है कि जयप्रकाश अग्रवाल कभी बिसाहू लाल के सबसे खास माने जाते थे लेकिन बिसाहू लाल के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद जयप्रकाश और बिसाहू लाल के बीच इस कदर दूरियां बढ़ गई की अब एक दूसरे को कोई देखना भी नहीं चाहता है। जयप्रकाश अग्रवाल जैतहरी नगर परिषद में पार्षद हैं और अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के बड़े नेता होने के कारण हमेशा से जैतहरी के कुछ भाजपा के नेताओं के लिए चुनौती बने रहते हैं। ऐसे में जब जयप्रकाश अग्रवाल अपने आप को कांग्रेस में उपेक्षित महसूस करने लगे तो वह दिलीप जायसवाल को सामने रखकर भाजपा की सदस्यता लेना चाहते थे और यही बात बिसाहू लाल को नागवार गुजर गई। सूत्रों की माने तो दिलीप जायसवाल जब से मंत्री बने हैं तभी से बिसाहू लाल और उनके बीच तनातनी का माहौल है और जयप्रकाश अग्रवाल के भाजपा में प्रवेश पर नो एंट्री का बोर्ड लगाने वाले बिसाहू लाल ने एक तीर से दो शिकार करते हुए दिलीप जायसवाल को भी इस बात का एहसास करने में सफल रहे की वह अनूपपुर विधानसभा की राजनीति में दखल ना दे।