केन्द्रीय विद्यालय अनूपपुर के विद्यार्थिओं ने दान की पुस्तकें

 

आज दिनांक 02/04/2024 को केन्द्रीय विद्यालय अनूपपुर में पुस्तकोपहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के सभी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने अपने छोटे भाई बहनों को पुस्त के उपहार में भेंट की। पुस्तककोपहार कार्यक्रम में प्राचार्य  देवेन्द्र कुमार तिवारी ने विद्यार्थिओं को सम्बोधित करते हुए पुस्तक उपहार की उपयोगिता एवं प्रासंगिकता तथा फायदे बताए। उन्होंने बताया कि पुस्त के तैयार करने के लिए जिस कागज़ का इस्तेमाल होता है वह लकड़ी से बनता है और लकड़ी जीवित पेड़ों को काटने से प्राप्त होती है। इस हेतु प्रतिवर्ष लाखों पेड़ों को काटा जाता है इसके उपरांत कागज का निर्माण होता है उन्ही कागजों से हमारी पुस्सुके बनती हैं। यदि हम पुरानी पुस्तकों को बेकार न समझकर अपने छोटे भाई बहनों को उपहार स्वरूप प्रदान करते हैं, तो इससे हम लाखों पेड़ों को कटने से बचा सकते हैं और पर्यावरण को संतुलित रख सकते हैं। प्राचार्य महोदय ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन की इस अनूठी पहल में अपना योगदान करने वाले सभी विद्यार्थिओं की सराहना करते हुए भविष्य में भी इस तरह की गतिविधिओं में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पुस्तकालयाध्यक्ष  सचिन पवार और समस्त शिक्षकों ने अपनी भूमिका निभाई..