कब मिलेगा अतिथि शिक्षक स्वर्गीय सरस्वती महरा के गुनहगारों को सजा 15 दिनों से न्याय की आस में भटक रहा है नवविवाहिता का परिवार

कब मिलेगा अतिथि शिक्षक स्वर्गीय सरस्वती महरा के गुनहगारों को सजा
15 दिनों से न्याय की आस में भटक रहा है नवविवाहिता का परिवार
इन्ट्रो- थाना राजेन्द्रग्राम के नौगांव में देवेंद्र चंद्रवंशी की पत्नी के द्वारा फांसी के फंदे मे झूलकर आत्महत्या की गई या उसकी हत्या कर फांसी के फंदे पर लटकाया गया या उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। इन सारे सवालों का जवाब पाने 15 दिनों से मृतक सरस्वती के माता-पिता, भाई-बहन व रिश्तेदार भटक रहे है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवार से मिलकर परिजनों ने न्याय की मांग की है। सरस्वती महरा की हालत नाजुक होने की खबर 26 मार्च को ससुराल पक्ष वालों के द्वारा मायके पक्ष को दी गई लेकिन जब वह पहुंचे तो उन्होंने सरस्वती को मृत अवस्था में पाया जहां उपस्थित जनों ने उन्हे बताया कि फांसी लगाकर सरस्वती ने आत्महत्या की है। लेकिन यह बात परिजनों के गले इसलिए नही उतरी की सरस्वती साहसिक महिला होने के साथ अतिथि षिक्षिका थी और ऐसी कोई वजह नही थी की वह आत्मघाती कदम उठाती। शादी के बाद से उसे ससुराल में प्रताड़ित किया जाता रहा लेकिन फिर भी वह बर्दासत कर सामाजिक लोक लाज में रही कई बार मायके पक्ष ने उसके ससुराल पहंच सामाजिक वार्ता के साथ सुलह कराई। कभी कोई षिकवा षिकायत नही की। एका एक उसके मौत की खबर ने पूरे परिवार को स्तब्ध कर दिया लेकिन पुलिस अब तक जांच ही कर रही है।
राजेन्द्रग्राम/अनूपपुर। कॉलेज कॉलोनी निवासी धनपत लाल महरा की पुत्री सरस्वती महरा उर्फ स्वाती का विवाह देवेंद्र चंद्रवंशी निवासी ग्राम नौगांव तहसील पुष्पराजगढ़ जिला अनूपपुर में 5 जून 2017 को हुआ था। उनके संपूर्ण जीवन यापन की जिम्मेदारी नवल चंद्रवंशी ने ली थी जो की पेसे से टीचर है जो कि शादी के बाद अपने साथ ही सरस्वती व देवेंद्र को रखे थे यह जानकारी मृत सरस्वती के परिजनो ने दी उन्होने कहा कि एक वर्ष के पहले ही नवल की पत्नी सरस्वती के साथ लड़ाई झगड़ा करने लगी जब यह बात मायके पक्ष को पता चली तो घरेलू समस्या समझते हुए इस पर समझौता कर दिया गया परंतु कुछ दिन बाद फिर वही लड़ाई झगडा होने से वह अपने ससुराल नागांव में ही रहने लगे अपने सास-ससुर, जेठ-जेठानी, देवर के साथ कुछ दिनों के बाद जेठ देवर भी सरस्वती को गाली गलौज करने लगे और पैसे दहेज के लिए मांग करते थे जिसमें सरस्वती का पति देवेंद्र भी अपने घर वालों के साथ मिलकर सरस्वती के मायके वालों को नामजद मां बहन की गाली देने लगा जब यह खबर फिर मायके वालों को पता चला तो ग्राम नवगांव जाकर समझाइस देने पर इन लोगों ने स्वीकार किया कि अब दोबारा ऐसा नहीं होगा सब ठीक से मिलकर रहेंगे।
गले नही उतर रही आत्महत्या की कहानी
परिजनो ने पुलिस अधीक्षक को की षिकायत में उल्लेख किया की सरस्वती के शरीर में दिखाई दिये निषान एवं जिस कमरे में बताया गया कि उसने फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या की है उस घर की साकल बाहर से बंद थी और पुलिस के पहुंचने के पहले उसे फंदे से उतार लिया गया। और उसके बाद परिजनो को सूचना दी गई। इसके अलावा कई ऐसे सवाल है जिसमें पूरे परिवार का कहना है कि वह सब फगुआ के कार्यक्रम में दूर गए थे और सरस्वती घर पर थी हलाकि जांच के बाद इन सवालो के जबाव जरूर सामने आएगें लेकिन अब तक पुलिस उसकी मौते के बाद महज परिजनो के बयान भी पूरा नही कर पाई जिससे उसकी जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े हो रहे है।
यह है मामला
बुढार कॉलेज कॉलोनी निवासी धनपत लाल महरा की 28 वर्षीय पुत्री सरस्वती महरा की उसके पति देवेंद्र चंद्रवंशी दहेज को लेकर हत्या कर गुनाह को छुपाने के लिए लाश को फांसी में लटका दिया। तथा पुलिस प्रशासन एवं परिवारजनों के पहुंचने से पहले ही उसे स्वयं ही फांसी से उतार दिया। यह घटना राजेंद्र ग्राम नौगांव जिला अनूपपुर 26 मार्च की है घटना की खबर लगते हैं मृतक के मायके में होली का त्योहार मातम में बदल गया। मायके पक्ष वालों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है, सरस्वती महरा का विवाह जून 2017 में राजेंद्र नगर नौगांव के निवासी देवेंद्र चंद्रवंशी से हुआ था।
दहेज की मांग का आरोप
मायके पक्ष का कहना है कि देवेंद्र चंद्रवंशी मनोज चंद्रवंशी पुरुषोत्तम चंद्रवंशी गुलाब चंद्रवंशी और जेठानी दहेज और पैसे के लिए प्रताड़ित करते रहे हैं शादी के कुछ साल बाद ही स्वाति को गाली गलौज देकर मायके वालों को फोन कर स्वाति को जान से मारने की धमकी देते थे लेकिन समझाइए देकर मामले को सुलझाया जाता रहा वही देवेंद्र हर माह के 10 से 15 तारीख के बीच अपने साढू भाइयों को भी पैसे के लिए फोन करता रहा अभी कुछ दिन पहले ही सोने की चेन के लिए जबरदस्ती स्वाति को कह रहा था तो मायके वालों ने एक तोले का चैन दिए साथ ही दो लाख रुपये की मांग कर रहे थे कि पुरुषोत्तम (देवर) की शादी है अपने मायके वालों से पैसा मांगो नहीं तो जान से मार देंगे पैसा ना मिलने के कारण स्वाति की हत्या ससुराल वालों ने कर दिया।
आत्महत्या नही हत्या का है मामला
मृतक के माता-पिता भाई बहन भाई बहन संबंधियों ने हत्या का आरोप लगाया है, मृतक के संबंधी घटना वाले दिन ही थाने में रिपोर्ट करने गए तो पुलिस वालों का कहना है कि जब तक पीएम की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं होगा 27 मार्च को राजेंद्रग्राम में ही पीएम हुआ था जिसकी रिपोर्ट आज तक प्राप्त नहीं हुई है, पुलिस प्रशासन एवं अस्पताल प्रबंधक दोनों की मिली भगत लगती है जिसके कारण आज तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया ना ही उनके खिलाफ राजेंद्र ग्राम थाने में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। पुलिस प्रशासन एवं अस्पताल के इस रवैया से ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपियों को बचाने की भरपूर कोशिश की जा रही है एवं साक्ष्य को मिटाने का भी प्रयास किया जा रहा है।