रेत माफिया तीरथ पर जिम्मेदारों की नकेल कब,गिरोह के साथ लगातार दे रहा रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को अंजाम 
अनूपपुर - एक तरफ रेत ठेकेदार माफिया बन कर रेत के अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहा है तो दूसरी तरफ रेत की चोरी करने वाले रेत माफिया का अपना अलग ही गिरोह सक्रिय है और ऐसा नही है कि इस बात की जानकारी जिम्मेदारों को नही है हमारे पुलिस विभाग के सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक बाकायदा हर्री में रेत का उत्खनन करने की परमिशन कोतवाली के ही कुछ कर्मचारियों ने दी थी और लगातार रेत माफ़िया से पैसे ले कर रेत का अवैध उत्खनन हर्री गांव में  सोन नदी से करवाते रहे जब हमरीं टीम हर्री रेत खदान में जा कर देखना शुरू किया तो छुलहा स्टेशन के सामने रहने वाला तीरथ अपने सहपाठियों के साथ मिल कर जिसमे मथुरा राठौर उर्फ बुल्ली,सुरेश चौधरी के साथ एक अन्य रेत माफिया जिसका नाम मोहन बताया जा रहा सेंदुरी से रात भर रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर रहे है,ये गिरोह लगातार जिम्मेदारों के संरक्षण में ठिकाने बदल बदल कर रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर रहा है और बीती रात की तस्वीरें साफ बयाँ कर रही है कि एक तरफ जहां रेत ठेकेदार माफिया गिरी पर उतारू हो चुका है और तय सीमा क्षेत्र से बाहर जा रेत का अवैध उत्खनन कर रहा है साथ ही सारे नियम कानून को दरकिनार करते हुए नदी के बहाव को तो परिवर्तित कर ही रहा है साथ ही नदी के पानी के अंदर से अनाधिकृत रूप से रेत निकासी कर रहा है तो वही ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे छोटे गिरोह के रूप में रेत माफिया अपना कारोबार चला रहे है हमने रात को खबर लगते ही जिम्मेदारों को अवगत कराया था पर जिम्मेदारों ने कार्यवाही करना मुनासिब नही समझा इसका अंदाजा आप लगा सकते है कि रेत माफ़ियायों का गठजोड़ किस कदर जिले में हावी हो चला है वही तीरथ राठौर अपने गिरोह के साथ लगातार सेंदुरी में रेत के अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहा है देखना लाजमी होगा कि आखिर मेहरबान शाहबानो को कब फर्ज याद आता है