*अनूपपुर यातायात विभाग की लापरवाही से फिर एक वाहन चालक की मौत*

@रिपोर्ट - मो अनीश तिगाला 

अनूपपुर / जिले में लगभग हर दूसरे दिन गंभीर सड़क हादसे हो रहे हैं। बीती रात फिर जिला मुख्यालय अनूपपुर से चंद दूरी बेलिया फाटक के नजदीक अज्ञात भारी वाहन से मोटरसाइकिल चालक  की मौत हो गई इसका सिर्फ एक कारण सही तरीके से यातायात नियमों का पालन न करना है। अनूपपुर यातायात विभाग की तरफ से  कुछ दिन पहले पीएचक्यू वाली मैडम के नेतृत्व मे जागरुकता अभियान का पाठ कागजो पर किया गया, जिसकी पोल अनूपपुर मे आज कल हो रही सडक दुर्घटनाओ के बढ़ते आंकड़े खोल रहे है,  यातायात जागरूकता के नाम पर  विभाग ने कभी-कभी हेलमेट न लगाने वाले का चालान कर  जागरूग करने का खूब ढ़ीडोरापी एचक्यू वाली मैडम ने अनूपपुर आने के समय किया था । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यातायात नियमों के पालन में लापरवाही का नतीजा है कि विगत तीन माह मे में सैकड़ो सड़क हादसे की घटना हुई। इसमें लगभग 22 लोग के मौत के मुंह में चले गए। जबकि 121 घायल होकर अस्पताल में भर्ती  हुए ।

*धरातल मे नहीं है नियम*

अनूपपुर यातायात पुलिस   सड़क सुरक्षा माह अभियान के तहत वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का दावा तो कर रही हैं। लेकिन हकीकत कहीं धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा है। बीते 2 माह पूर्व हुए यातायात जागरूकता का असर अनूपपुर जिले मे कही भी नहीं देखा गया क्योंकि यातायात जागरूकता के कदम से न तो कहीं जागरूकता दिख रही और ना ही हादसों में गिरावट आ रही है। लोग बिना हेमलेट और तीन सवारी यात्रा करते हुए देखे जा सकते हैं। इनमें ऐसे भी लोग मिलेंगे जो एक हाथ से स्टेयरिंग संभाल रहे हैं तो दूसरे हाथ से मोबाइल पर बात कर रहे हैं। कई तो ऐसे दिख जाते हैं जो बाइक को ही टेंपो की भांति तीन सवारी बिठाकर चलते हैं। जागरूकता कार्यक्रम के असर पर पड़ताल की गई तो कई ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो यह साबित करने के लिए काफी हैं कि उन्हें नियम से कोई मतलब नहीं है।


 *मौत बनकर दौड़ रहे भारी वाहन*

शाम ढलते ही जिला मुख्यालय पर कोल वाहनों का परिचालन शुरू हो जाता है. उक्त पथ पर शाम 08बजे से लेकर सुबह 08बजे तक कोयला लदा हाइवा व अन्य वाहन लगातार चलते हैं. चालक लापरवाही के साथ वाहन का परिचालन करते हैं, जिससे छोटे वाहनों के चालकों को कई तरह की परेशानी होती है.  भी ऐसे लापरवाह चालकों पर कार्रवाई नहीं करता. यही वजह है कि आये दिन उक्त सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती है. कई वाहनों का फिटनेस, इंश्यूरेंस, परमिट फेल रहता है, वहीं कई चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता है. वाहनों में ओवरलोड कोयला लदा रहता है. यातायात विभाग एंट्री वसूली कर  इन सभी बिन्दुओ को नजर अंदाज करती है |