अनूपपुर : तो क्या यातायात प्रभारी ने अपनी सुरक्षा के लिए करवाया प्रस्ताव पारित?

@रिपोर्ट - अनीश तिगाला 

अनूपपुर / जिस अधिकारी को पुलिस विभाग ने  आमजन की सड़क सुरक्षा का जिम्मा अनूपपुर जिले मे सौपा है  वही अधिकारी आमजन की चिंता ना कर  अपनी स्वयं की  सुरक्षा की  चिंता करते हुए प्रस्ताव पारित करा रही है, सूत्र बताते हैं कि यातायात विभाग में पदस्थ  पीएचक्यू वाली मैडम की  इस प्रस्ताव की चर्चा जिले से लेकर भोपाल तक पहुंच चुकी है | 


पीएचक्यू भोपाल से डायरेक्ट   पोस्टिंग करा कर अनूपपुर जिला यातायात प्रभारी के पद पर ज्योति दुबे ने पदभार लिया है तब से जिले की यातायात व्यवस्था चौपट हो रखी है, जिले मे दुर्घटना के ग्राफ में  लगातार बढ़ोतरी  हो रही है, सड़क सुरक्षा को लेकर प्रत्येक मह होने वाली बैठक भी अब केवल औपचारिकता को पूर्ण करने के लिए आयोजित की जा रही है सूत्र बताते है की 20 मई को कलेक्ट्रेट कार्यालय अनूपपुर के नर्मदा सभा कक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की हुई बैठक में इस बात की मोहर तब लग गई, जब कलेक्टर की उपस्थिति में  यातायात प्रभारी ज्योति दुबे ने अपनी सुरक्षा को दृष्टिकोण रखते हुए  एक प्रस्ताव पारित कराया | 


 *ब्लैक स्पॉट  के कारण पर चिंता नहीं*

 सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार  सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा समिति की बैठक समय-समय पर आयोजित की जानी है ताकि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम का उपाय किया जाये, जिसमें यातायात से जुड़ी कई बिंदुओं पर विचार विमर्श कर  प्रस्ताव पारित किया जाता है, लेकिन अनूपपुर यातायात विभाग उन बिंदुओं को इस बैठक में नहीं रखा जिसमे की उनकी काली करतूते खुल न जाये जैसे की वाहनों मे ओवरलोड जिसकी वजह से सड़के खराब हो रही है  और दुर्घटनाएं बढ़ रही है, बैठक में तो  ब्लैक स्पॉट पर बात की गई  लेकिन उनके होने के कारण पर चिंता नहीं की गई, की चंद रूपयों के खातिर यातायात विभाग भारी मालवाहकों को  ओवरलोड परिवहन करने की खुली  छूट अनूपपुर जिले में दे रखी है, ओवरलोड वाहनों से सड़कों के हाल खस्ता हाल हो रहे हैं, खराब सड़कों की वजह से दुर्घटनाएं हो रही है | 

 *इस पर चिंता*

अनूपपुर यातायात प्रभारी ज्योति दुबे ने  अपना निवास स्थान इन दिनों स्मार्ट सिटी में बना रखा है, जहां उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता है  वह  वही से प्रतिदिन कार्यालय आती और जाती हैं, स्मार्ट सिटी के सामने से ओवरलोड, अनियंत्रित  गति से भारी भरकम  मालवाहन  गुजरते हैं, उनकी स्पीड को कम करवाने के लिए मैडम ने  जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में स्पीड ब्रेकर का प्रस्ताव रखा है साथ ही एक अन्य जगह का और,  जबकि जिला मुख्यालय के सहित कई अन्य ऐसी जगह है जहां पर वाहनो की अनियंत्रित गति की वजह से  आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं,  | 


 *इन पर प्रस्ताव नहीं*

 जिला मुख्यालय सहित  कई अन्य जगहों पर पूर्व में लगाए गए  स्पीड ब्रेकर  इन दोनों जर्जर हालत में है, जिला मुख्यालय के ही इंदिरा तिराहा, शंकर मंदिर चौक, अमरकंटक तिराहे, सामतपुर तिराहा आदि जगहों पर  लगे हुए स्पीड ब्रेकर  ओवरलोड वाहनो के कारण जर्जर हालत में है, साथ ही शासकीय तुलसी महाविद्यालय, व तहसील कार्यालय के पास स्पीड ब्रेकर  लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं रखा जहां पर हजारों की संख्या में लोग आते और जाते हैं|