शिवा अंकित की जोड़ी हर्री में रेत के अवैध उत्खनन को दे रहे लगातार अंजाम,मनोज गुज्जर तीन हजार रुपये ट्रैक्टर के हिसाब से करता है वसूली ?
अनूपपुर - हर्री बर्री लगातार रेत के अवैध उत्खनन का गढ़ बना हुआ है एक तरफ सेंदुरी में तीरथ राठौर लगातार अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहा है तो दूसरी तरफ हर्री बर्री में बुल्ली उर्फ मथुरा राठौर,अंकित,शिवा लगातार रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को अंजाम दे रहे है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहले कोतवाली में पदस्थ रहे मंगला दुबे का संरक्षण इस साहब को मिला हुआ था और उनके बाद कोतवाली के ही एक साहब मनोज गुज्जर है जिनका संरक्षण लगातार इनको रेत के अवैध उत्खनन परिवहन के लिए मिला हुआ और मिली जानकारी के मुताबिक पर ट्रैक्टर तीन हजार रुपये मनोज गुज्जर वसूली कर इन रेत माफ़ियाओं को संरक्षण देता है अब सोचिये आप एक दिन में 20 ट्रैक्टर तो 20x3000= मतलब एक दिन में 60 हजार तो महीने भर में 18 लाख रुपये की वसूली और इन दिनों  मनोज गुज्जर इन रेत माफ़ियाओं का मसीहा बना हुआ है और लगातार रेत की चोरी को संरक्षित करता है,अब यह बात शाहबानो को पता है या नही यह तो गुज्जर साहब ही बता सकते है बहरहाल जो भी हो अगर गुज्जर के संरक्षण की कहानी देखिनी है तो हर्री  तरफ से सोन नदी में उतर जाइये भारी मात्रा में आप को अवैध उत्खनन का कारोबार दिख जायेगा और अगर इतनी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन हुआ है तो बिना संरक्षण के संभव नही है , जैसे ही रात का पहर शुरू होता है इन रेत माफ़ियाओं के ट्रैक्टर हर्री तरफ से सीतापुर पुर तरफ सोन नदी में ट्रैक्टर उतार कर सोन का चिरहरण करने लगते है तो दूसरी तरफ तीरथ सेंदुरी में सोन नदी का सीना लगातार छलनी कर रहा है पुलिस तो अपनी जेब भर इनको संरक्षित करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही पर जिले का खनिज विभाग इन रेत माफ़ियाओं पर पूरी तरह नकेल कसने में नाकामयाब साबित रहा है तो दूसरी तरफ ये रेत माफिया अब तक लाखों के राजस्व का नुकसान सरकार का कर चुके है,पर न तो जिला प्रशासन और न ही जिम्मेदार इन पर नकेल कसने में नाकामयाब कब तक रहता है देखना लाजमी होगा