खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा की अवैध कार्यवाही जारी ड्राइवर के घर से उठा लाई खाली खड़ा ट्रैक्टर 
अनूपपुर - जिले में अवैध काम सिर्फ और सिर्फ कहने को माफिया करते है जबकी प्रशासन की कुर्सी पर विराजमान जिम्मेदार भी खुलेआम अवैध काम करने में आमादा दिखाई देते है दरसल आज रत एक अचम्भित करने वाला मामला सामने आया जहां खनिज निरीक्षक ने बरबसपुर वार्ड नंबर 3 के निवासी सेजराम कोल का ट्रैक्टर क्रमांक MP65ZA0641 को उसके ड्राइवर के घर मानपुर से उठा लाइ और कलक्ट्रेट में खड़ा कर दिया अब सवाल यह उठता है कि ड्राइवर के घर मे खड़े खाली ट्रैक्टर में कौन सा अपराध बनता था जो खनिज निरीक्षक ट्रैक्टर को उठा लाई अगर खनिज निरीक्षक की यह मनमानी जारी रही तो गाड़ी मालिक अपनी गाड़िया कहां खड़ी करें अपने आप मे सवाल है कुल मिला कर संरक्षित माफ़ियाओं पर कार्यवाही न करनी पड़े और उसकी खाना पूर्ति के लिए।इस तरह अवैध तरीके से घरों में।खड़े खाली ट्रैक्टर को जप्त कर मामला पंजीबद्ध करना कहाँ तक जायज है और यह एक अधिकारी द्वारा अवैध काम नही कहा जाये तो क्या है , जिले में पदस्थ खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा का यह कोई पहला विवादित मामला नही है हाल ही में कोतमा के चंगेरी खदान पर रेत के अवैध उत्खनन की कार्यवाही करने की जगज नेताओं पर ही अपराध पंजीबद्ध करा देना और जो इनके हिसाब से नही चलेगा उसको फर्जी मुकदमो में फंसा देना आज कल ईशा वर्मा का उद्देश्य बन चुका है और आज कुछ ऐसा ही वाक्य फिर मान पुर में दोहराया गया जहां घर मे खड़े खाली ट्रैक्टर को ही जप्त कर कलेक्ट्रेट में खड़ी करवा दिया गया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहले तो एक स्कार्पियो में सवार कुछ लोग ट्रैक्टर ड्राइवर के घर मे घुस कर ड्राइवर से ट्रैक्टर की चाभी छीन कर खनिज विभाग को सूचित कर दिया जिसके बाद खनिज निरीक्षक पुलिस बल ले ड्राइवर के घर पहुंची और ट्रैक्टर को जप्त कर लिया अब सवाल यह उठता है की आखिर स्कार्पियो में सवार वो कौन लोग थे और किस हैसियत से ड्राइवर के घर पहुंचे और वहां खड़े खाली टैक्टर में कौन सा अवैध माल लोड था जिसके चलते ट्रैक्टर जप्त किया गया जबकि ट्रैक्टर में कुछ नही था खाली खड़े ट्रैक्टर  पर अपने गुनाहों को छिपाने के लिए खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा ने जप्ती बना कलेक्ट्रेट में ला खड़ा कर दिया अब सबसे बड़ी चुनौती गाड़ी मालिकों के सामने यह है कि आखिर कार अपनी गाड़ियां कहाँ खड़ी करें जब इस तरह घर मे खड़ी गाड़िया जप्त कर ली जाएंगी तो वो लोग तो जीते जी मर जायंगे जो सुरक्षारत या तो घर के अंदर या बाहर खड़ा करते है और इनको फंसा दिया जाता है और इसी तरह लगातार लोगों को झूंठे मामलों में फंसना खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा की दिनचर्या में सुमार हो गया है ईशा वर्मा निकले और निर्विवाद कोई काम करें ऐसा संभव नही है और उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह उनका इगोहर्ट होना है करूँगी वही जो मुझे ठीक लगेगा कानून मेरे हिसाब से है मैं नियमो के हिसाब से नही नियम मेरे हिसाब से चलेंगे जो इस जिले के लिए तो कतई ठीक नही है,इस पूरी अवैध कार्यवाही से लोगों में रोष व्याप्त है जिसके बाद कोतवाली में लिखित शिकायत कर इस अवैध कार्यवाही केखिलाफ कार्यवही की मांग की गई है