आखिर कब तक उपयंत्री रिंकू सोनी को मिलता रहेगा अभयदान,भृष्टाचार में आकंठ तक डूबा रहने वाला इकलौता उपयंत्री,भृष्टाचार कथा पार्ट 1
अनूपपुर - अनूपपुर जिले में पंचायती राज घुटनो के बल जमीदोज होता जा रहा है और उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह भृष्टाचार है जो सारी चरम सीमाओं को लांघ रहा है और जिम्मेदार महज कागजों में नोटिश जारी का अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर रहे है,उपयंत्रियों में रिंकू सोनी एक नाम ऐसा है जो भृष्टाचार में आकंठ तक डूबा हुआ है और आज तक के कार्यकाल में जितने भृष्टाचार इसने किये है शायद ही किसी ने किए होंगे पर इतने भृष्टाचार करने के बावजूद पैसों के दम पर ये उपयंत्री लगातार बचता आ रहा है ताजे मामले में भी कुछ ऐसा ही होता दिखाई दे रहा है जहां कई आरोपियों के साथ तत्कालीन दुधमनिया उपयंत्री रहे रिंकू सोनी पर भी सरकारी राशि के गबन का आरोप है और उसके बाद नोटिश जारी कर जिम्मेदारों ने इतिश्री कर ली है आखिर भृष्ट उपयंत्री रिंकू सोनी पर बर्खास्तगी की कार्यवाही क्यों नही किसके संरक्षण में ये भृष्ट उपयंत्री लगातार भृष्टाचार को अंजाम दे रहा है

हाल ही में निर्माण स्थल चयन उपयोगिता उपयुक्त पाये जाने पर उसी संरचना में मनरेगा से स्वीकृत रिटेनिंगवॉल गॅबियन का निर्माण कार्य देवसरईघाट बडवारनाला के नाम पर व्यय राशि रू. 14.15 लाख निष्फल व्यय एवं शासकीय राशि का आहरण कर दुरूपयोग किया जाना जांच के दौरान आरोप प्रमाणित पाया गया है। ग्राम पंचायत दुधमनिया द्वारा किया गया कुल व्यय राशि रूपये 14.15 लाख म०प्र० पंचायतराज एवं ग्रामस्वराज अधिनियम 1993 की धारा 66 (4) के तहत् संयुक्त रूप से अनावेदको को शासकीय स्वीकृत निर्माण कार्यों की राशि का दुरूपयोग कर जनहित के निर्माण कार्यों में वित्तीय अनियमितता हेतु दोषी पाया गया है यह कोई एक मामला नही इस भृष्टाचारी का हम परतदर परत इसके  भृष्टाचारों की पोल खोलेंगे और इसके द्वारा अब तक सरकार के खजाने को जिस तरह लूटा गया उसके लिए न केबल यह भृष्टाचारी जिम्मेदार है बल्की इसको अभय दान देने वाले वो सभी अधिकारी भी है जो मोटी रकम लेते रहे और इस भृष्टाचारी को संरक्षित करते रहे