*शिक्षा विभाग के जिम्मेदारो के द्वारा एक ही व्यक्ति को दे दिया गया तीन प्रभार*
 -  रिर्पोटर @दीपक कुमार गर्ग शहडोल

*विकासखंड जयसिंहनगर अंतर्गत क्या नहीं है प्रभारी योग्य शिक्षक*

जयसिंहनगर :-वैसे तो शिक्षा विभाग के कारनामों की चर्चा आए दिन किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में बना ही रहता है वही ताज़ा मामला जयसिंहनगर के सीएम राइज विद्यालय का नाम इन दिनो किसी न किसी कारनामे को लेकर रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है हाल ही मे सीएम राइज विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के नियुक्ति का मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है शिक्षा विभाग को ऐसा क्या सूझा कि एक ही व्यक्ति को जयसिंहनगर ब्लॉक का सर्वे सर्वा बनाते हुए तीन तीन जिम्मेदार कार्यों का प्रभार उपहार में दे दिया गया। जबकि इतने बड़े विकासखंड में ऐसा नहीं है कि योग्य शिक्षको की कोई कमी है  लेकिन फिर भी उन्हें इस लायक क्यों नहीं समझा गया या फिर इसके पीछे कुछ और ही राज है 

*क्या है मामला*

 हम बात कर रहे हैं शासकीय आदर्श आवासीय माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य राजीव तिवारी की जिनकी शिक्षा विभाग में अपनी एक अलग ही पकड़ और पैठ है। क्योंकि बिना पकड़ के एक ही शिक्षक को शिक्षा विभाग द्वारा संकुल प्राचार्य,मॉडल प्राचार्य एवं सीएम राइज विद्यालय का अतिरिक्त प्रभार जो हाल मे ही दे दिया गया है जो जनमानस के बीच मे चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि पुरे विकासखंड मे और भी कई योग्य शिक्षक है जो इस जिम्मेदारी भरे कार्य को बखूबी निभा सकते है एक ही व्यक्ति को तीन प्रभार देना किसी भी तरह से न्याय उचित नहीं है है पर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारो के द्वारा जारी किया गया फरमान शायद  न्याय उचित लगता हो तभी तो एक ही व्यक्ति को तीन महत्वपूर्ण पदों से नवाज़ा गया है लेकिन यह बात जनमानस को गले से नहीं उतर रही हैं 


*योग्यता पर भी उठ रहे सवाल*

 जहां विकासखंड जयसिंहनगर अंतर्गत कई ऐसे उच्च माध्यमिक शिक्षक हैं जो इनसे पुराने और योग्य है आखिर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नजर उन पर कैसे नहीं पड़ी या फिर जानबूझकर नजर हटाई गई माध्यमिक शिक्षक जो डीएड की योग्यता रखते हैं उन्हें शिक्षा विभाग द्वारा काबिल क्यों नहीं समझ गया वही राजीव तिवारी जो डीईएड की योग्यता रखते हैं उन्हें सीएम राइज विद्यालय का प्रभार बड़ी ही आसानी से दे दिया गया। लोगों द्वारा यह बताया गया कि राजीव तिवारी सीएम राइज विद्यालय के लिए हुई परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। तो फिर इन्हें अतिरिक्त प्रभार क्यों दिया गया इन्हें सीएम राइज विद्यालय का पूर्ण रूपेण प्राचार्य बना देना चाहिए था और उनके पास जो भी प्रभार है वह इनसे योग्य और पुराने शिक्षकों के हाथों में शौप देना चाहिए।


*क्या प्रभारी का अन्यत्र प्रभारो से छूटेगा मोह*

जब इन्हे सीएम राइज विद्यालय का अतिरिक्त प्रभार दे ही दिया गया है और लोगो के कथनानुसार उनके द्वारा सीएम राइज विद्यालय के लिए आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण भी कर ली गई है तो सीएम राइज का पूर्ण प्राचार्य बनाकर इनके पास जो अन्य प्रभार है जिसमे संकुल प्राचार्य एवं मॉडल प्राचार्य का पद है उसे शिक्षा विभाग द्वारा योग्य शिक्षकों की ओर ध्यान देते हुए उनके हाथों में दे देना चाहिए। सीएम राइज विद्यालय का पूर्ण प्राचार्य बनने पर प्रभारी द्वारा क्या अन्य प्रभार किसी और के हाथो में जाने देंगे क्या अन्य प्रभारो से इनका मोह होगा भंग।
 
*फाइल किसी के नाम प्रभार किसी को*

 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएम राइज विद्यालय के प्रभार की फाइल अन्यत्र शिक्षक के नाम पर चल रही थी किंतु उसमें ऐसी कौन सी परिस्थितिया आन पड़ी कि विद्यालय का प्रभार उस  शिक्षक को न देकर बल्कि जिसके पास पहले से ही कई प्रभार है उसे सौंप दिया गया अब एक प्रभारी किस तरह से एक जगह रहकर तीनों प्रभारो की कमान संभालेगा फिर साहब की पकड़ या पैठ के कारण ऐसा भी हो सकता है कि इन्हें तीनों प्रभारो के लिए अलग-अलग समय दिया जाए जब शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विकासखंड में शिक्षक होने के बाद भी तीन प्रभार दिया जा सकता है तो फिर समय में फेर बदल करना उनके लिए कौन सी बड़ी बात है यह समझ तो आम व्यक्तियों में भी है कि एक व्यक्ति एक समय में एक ही कार्य स्थल पर रहकर कार्य संपन्न कर सकता है आखिर इनके द्वारा तीनों प्रभारो का कार्य एक समय मे कैसे संभाला जाएगा जबकि सभी विद्यालयों का समय एक ही होता है

     *प्रशासनिक प्रतिक्रिया*

इस विषय के सम्बन्ध मे जब सम्बंधित अधिकारी से दो बार लगातार फ़ोन के माध्यम से सम्पर्क करके जानकारी चाहि गयी तो उन्होंने ने फ़ोन उठाना लाजमी नहीं समझा

             *उषा अजय ठाकुर*
              *संभागीय उपायुक्त*