*5 साल की मासूम मैशा ने रखा अपना पहला रोजा*

*5 साल की मासूम मैशा ने रखा अपना पहला रोजा*
अनूपपुर / मुस्लिम समुदाय का मुक़द्दस माहे रमजान चल रहा है। तपिश एवं उमस भरी गर्मी में लोग रोजा रख अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। एक ओर जहां बड़े लोग रोज़ा रख रहे हैं तो दूसरी ओर छोटे बच्चे भी रोज़ा रख कर अपने रब की इबादत कर रहे हैं। अनूपपुर निवासी मो अहसानुल हक़ का परिवार अन्य लोगों की तरह ही रोजे रख रहा है, लेकिन इस परिवार को खास बनाया है रिजवान अहमद की 5 साल की उनकी बेटी मैशा अहमद ने जिसने पहला रोज़ा 8अप्रैल रविवार को रखा है।
परिवार में सभी सदस्यों को पांच वक्त का नमाज़ पढ़ते देख मैशा भी नमाज़ भी अदा कर रही है। कम उम्र के बच्चों द्वारा रोज़ा रखने से लोग हैरान हैं। बच्चे अपने परिवार वालों के साथ सुबह तीन बजे से सेहरी करने के लिए जागते हैं और सेहरी खाकर फिर तिलावत में जुट जाते हैं।
लोगों का कहना है कि अप्रैल महीना की इस तपिश भरी गर्मी में भी बच्चों द्वारा रोज़ा रखा जाना अपने आप में बड़ी बात है। मैशा के वालिद रिजवान अहमद ने बताया कि कहा मुसलमानों के लिए रोज़ा बहुत ही महत्वपूर्ण है इस माह में अल्लाह अपने नेक बन्दों के लिए अपनी रहमत के दरवाजे खोल देता है। बच्चे भी अल्लाह को राज़ी करने के लिए रोज़े रख रहे हैं इबादत कर रहे हैं। यह सब अल्लाह का करम है और हम उसके शुक्रगुज़ार हैं।