दीपक मांझी,अतुल मिश्रा,अजीत सरदार,दयालू सिंधी अमलाई थाना अंतर्गत दे रहे करोड़ो के जुआँ फड को अंजाम,अमलई थाना प्रभारी के संरक्षण में चल रहा कारोबार - विजय उरमलिया की कलम से

दीपक मांझी,अतुल मिश्रा,अजीत सरदार,दयालू सिंधी अमलाई थाना अंतर्गत दे रहे करोड़ो के जुआँ फड को अंजाम,अमलई थाना प्रभारी के संरक्षण में चल रहा कारोबार
अनूपपुर - कहते है पुलिस का एक नारा जो बड़ा प्यार है देश भक्ति जन सेवा पर अमलई पुलिस इन दिनों जुआड़ियों की सेवा में जुटी हुई है ,और अभी तक तो लोकल लोगों के कंधे पर जुंआ खिलाने की जिम्मेदारी थी और पुलिस उनको संरक्षण देती रही पर इस बार अमलाई पुलिस रोजाना करोड़ों के होने वाले जुएं में मध्यप्रदेश तो छोड़िये छत्तीसगढ़ के जुआड़ियों को जुआँ खिलाने की परमिशन दे रखी है ,
एक से बढ़ कर एक आपराधिक रिकॉर्ड धारियों को जुआँ खिलाने की परमिशन दीपक मांझी उर्फ लालू धनपुरी इसका आपराधिक रिकॉर्ड किसी से छुपा नही है यह साहब जिला बदर तक हो चुके है और इन्हें अमलाई पुलिस जुआँ खिलाने की परमिशन दे रखी है,अतुल मिश्रा बदरा निवासी अपने आप मे जुआड़ियों में एक बड़ा नाम है और कोतमा सहित आसपास के क्षेत्रों में जुआँ खिलाने में इनसे बड़ा कोई सानी नही पर जब कोतमा और बिजुरी में लगातार शिकायतें हुई तो ये साहब भी अमलाई थाने की शरण मे चले गये, अजीत सरदार मनेंद्रगढ़ का एक जाना माना जुआडी है और जुआँ खिलवाने और पुलिस सेटिंग में जबरजस्त महारत हांसिल है,दयालू सिंधी कटनी ये चारों ने एक जुआँ कंपनी खोल कर जुआँ खिलाने में एक नया रिकॉर्ड स्थापित करने जा रही है चूंकि अमलाई थाना क्षेत्र के बटुरा,बिछिया,शारदा ओसीएम में हर दिन जगह बदल बदल कर इन जुआँ माफ़ियाओं ने जुआँ कंपनी चला रहे है और इसमें सबसे बड़ा अहम योगदान अमलाई पुलिस का है आप को जानकर हैरानी होगी कि इन जुआँ फड़ों में मंडला, डिंडोरी,कोतमा,बिजुरी,मनेंद्रगढ़,उमरिया,शहडोल,अनूपपुर,जैसी जगहों से जुआड़ी आते है और इस जगह को सबसे सुरक्षित जगह जुआँ खेलने के लिए मानते है हालात इतने खतरनाक है कि रोजाना करोड़ों का जुआँ होता है अब पुलिस अगर ये कहे कि उन्हें जानकारी नही तो ये अपने आप मे कि चौकाने वाली बात है,अब सवाल यह उठता है कि अमलाई थाना प्रभारी जेपी शर्मा इतने बड़े जुएं फड को संचालित करवाने की एवज में पुलिस अधीक्षक शहडोल,एडीजी शहडोल को भी चढ़ोत्तरी दे रहे है क्या चूंकि इतने बड़े जुएं फड को संचालित करा पाना थाना प्रभारी के बूते की बात नही