जन अभियान के जिला समन्वयक उमेश पांडेय की भृष्टाचार कथा पार्ट 1,अखबारों में पैसे देकर छपवाई खबर ? आरटीआई से हुआ खुलासा,या आरटीआई में भी भृष्टाचार करने दी गलत जानकारी - विजय उरमलिया की कलम से

जन अभियान के जिला समन्वयक उमेश पांडेय की भृष्टाचार कथा पार्ट 1,अखबारों में पैसे देकर छपवाई खबर ? आरटीआई से हुआ खुलासा,या आरटीआई में भी भृष्टाचार करने दी गलत जानकारी
अनूपपुर - अनूपपुर जिले के जन अभियान परिषद में कितने का घोटाला किया गया इसका अंदाजा लगाना उतना ही मुश्किल है जितना कि घांस में सूजी खोजना हम ऐसा इसलिए कह रहे है चूंकि इनके भृष्टाचार की कोई सीमा नही है हमने सूचना के अधिकार के तहत जन अभियान परिषद से जानकारी मांगी थी कि विभाग द्वारा किये गए आय व्यय की जानकारी उपलब्ध कराई जाये भृष्टाचारी जिला समन्वयक उमेश पांडेय ने पहले तो ऐसी नोटिश दी जिससे जानकारी न ली जा सके जिसमे 13,776 रुपये जमा करने को कहा गया और जब यह रकम जमा कर दी गई तो उसके बाद फर्जी और गलत दस्तावेज दिए गए जिसमे अधिकतर दस्तावेजों की जगह अखबारों में छपी खबरों की फ़ोटो कॉपी करवा कर दी गई और साथ ही कुछ बड़े नेताओं के साथ फोटो सेशन की फ़ोटो खिंचवाई गई थी उनकी फोटो कॉपी से आरटीआई की खाना पूर्ती की गई,मान्यवर भृष्टाचारी जिला समन्वयक जी कृपया ये जरूर बताने का कष्ट करें कि किस अखबार को कितने पैसे भुगतान कर अखबारों में खबरें छपवाई गई चूंकि हमने आय व्यय की जानकारी मांगी थी आपने अखबारों की कटिंग की फ़ोटो कॉपी दी है तो अब जिन जिन अखबारों की कटिंग की फ़ोटो कॉपी आपने सूचना के अधिकार के तहत दी है उन खबरों को कितने में छपवाया उसके आर्डर की कॉपी एवं किये गए भुगतानों के बिलो की कॉपी उपलब्ध कराएं,दरसल उमेश पांडेय जिला समन्वयक जन अभियान परिषद दीमग की तरह जिले को खा रहा है और कुछ भाजपा के बड़े नेताओं के संरक्षण में भृष्टाचार को लगातार अंजाम दे रहा है पर कई बार शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन न तो इसकी जांच करवाता और न कार्यवाही करता इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह सत्ता पक्ष के कुछ नेता है जो उमेश पांडेय के भृष्टाचारो पर अपना संरक्षण दे रहे है,कौन कौन है वो नेता उनके नामो का खुलासा हम अगले एपिसोड में करेंगे,और कैसे कैसे भृष्टाचार को जिला समन्वयक ने अंजाम दिया उसका खुलासा भी हर दिन एक नये एपिसोड में होगा,दरसल लगभग सात हजार पन्नो की दी गई जानकारी में अधिकतर फ़ोटो कॉपी या तो अपने उन आकाओं के साथ खिंचवाई फ़ोटो की फ़ोटो कॉपी दी।गई या तो फिर अखबारों में छपी खबरों को की फ़ोटो कॉपी दी गई या तो जिला समन्वयक उमेश पांडेय सूचना के अधिकार को अपनी जागीर समझ बैठे है या फिर इसमें भी भृष्टाचार दिखाई दे रहा है इनको,आप तस्वीर में देखिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ खिंचवाई गई फ़ोटो की फ़ोटो कॉपी दी गई साथ ही एक अखबार में छपी खबर के कटिंग की फ़ोटो कॉपी दी गई साहब आपसे आय व्यय किये गए भुगतानों की जानकारी मांगी थी आप किसकी चाटुकारिता करते है किस अखबार में पैसे देकर खबर छपवाते है इसकी जानकारी नही मांगी थी और अगर वाकई में आपने पैसे दे कर खबरे छपवाई है तो इन सभी अखबारों को किये गए भुगतानो के बिलों की कॉपी क्यों नही दी,दूसरी तरफ जल्द ही हम नर्मदा यात्रा में जन अभियान परिषद के द्वारा कहाँ कैसे घोटाले को अंजाम दिया गया उसका भी खुलासा जल्द करेंगे,साथ ही किन किन कलेक्टरों पर किस तरह से दबाव बनाये गये उसका खुलासा भी करेंगे जो कलेक्टर नही सुने उनकी विदाई किस तरह अपने राजनीतिक आकाओं से स्थानान्तरण तक का खेल खेला गया बहरहाल उमेश पांडेय के भृष्टाचारो की पूरी कहानी जल्द आपके सामने रखेंगे ,दरसल दी गई जानकारी में अपने सुविधा अनुसार गलत जानकारी दे कर खाना पूर्ति की गई जिसकी अपील जल्द की जायेगी और अगर सही जानकारी समय रहते जिला समन्वयक ने नही दी तो मामला राज्य सूचना आयोग के रास्ते कोर्ट के माध्यम से सही जानकारी मांगी जाएगी,बहरहाल जो भी हो हमारे अगले एपिसोड में जरूर जानिएगा कैसे अपने चहेतों को नवांकुर के साथ साथ मेंटर की जिम्मेदारी भी एक ही व्यक्ति को दे दी गई और जिसने नही दिया पैसा उसको बाहर का रास्ता दिखाया गया पूरा खुलासा जानने के लिए हर दिन पढ़ें rkexpose और परत दर परत भृष्टाचार करने वाले जिला समन्वयक की जिले में जन अभियान परिषद का सफर नामा