हत्या में भी राजनैतिक दबाव,पुलिस आखिर क्यों नही पहुंची अपराधियों तक 
अनूपपुर - विगत दिनों अमलाई के चचाई थाना अंतर्गत सोडा फैक्ट्री के पास एक ड्राइवर की हत्या ने सब के रोंगटे खड़े कर दिए हम हत्या इसलिए कह रहे है कि भाजपा नेता भूरा सेठ के भतीजे अभिषेक पर ट्रक के सामने वाले कांच पर पत्थर मारने का आरोप ड्राइवरों ने लगाया था,हालांकि अभी तक इस मौत की पुष्टि नही हो सकी की वाकई में हुआ क्या था आरोप तो भाजपा नेता के भतीजे अभिषेक पर है और यह कोई पहला मामला नही है उसका विवादों का कई बार यहां गाड़ी खडा करने वाले ड्राइवरों के साथ मारपीट करने का आरोप ड्राइवरों ने लगाया है,अब सवाल चचाई पुलिस,बुढ़ार पुलिस पर खड़े हो रहे है हमारे सूत्र बताते है कि भाजपा नेता भूरा सेठ सब को मैनेज कर राजनैतिक दबाव बनवाते हुए इस मामले को रफा दफा करवाने पूरी विसात बिछा चुका है जिसके चलते अब तक पुलिस आरोपियों तक नही पहुंच पाई,और सबसे दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि चंद पैसों की खातिर अपने परिवार के भरण पोषण के लिए ट्रक ड्राइवर बिहार के बृजराज सिंह अपना घर गांव छोड़ इंदौर के गोल्डन कंपनी में ड्राइवर बतौर काम कर रहे थे पर बदकिस्मती देखिये उनकी की मौत भी मय्यसर हुई तो कैसी बिना किसी गुनाह के सत्ता के नशे में मदमस्त हो चुके परिवार के एक बेटे ने ऐसी पत्थरबाजी की की कांच तोड़ते हुए ड्राइवर ब्रजराज सिंह के सीने में जा लगा था और कुछ समय बाद उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई जिसको दिखाने कंपनी की एम्बुलेंस से बुढ़ार ले जाया गया जहां उनकी दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से मौत हो गई फिर मौत पर भी राजनीति शुरू हुई और कैसे अपराधियों को बचाया जाए भरसक प्रयास आरोपी के परिवार ने करना शुरू कर दिया चूंकि इस परिवार के पास सत्ता के गलियारे से लेकर आर्थिक गलियारे के सारे दरवाजे मजबूत है ऐसे में आप मृतक ड्राइवर के साथ न्याय की उम्मीद तो कीजिये ही मत और मुस्कुराइए की आप मोहन यादव के प्रदेश में सत्ता के शिकार हो न्याय नही पा सके और राजनीतिक रसूख के आगे सभी जिम्मेदार बोलने सुनने की अपनी छमताये खो चुके है,आरोपों की पुष्टी rkexpose नही करता पर अभिषेक के मोबाइल लोकेशन,वहां मौजूद अन्य ड्राइवरों से पूंछतांछ से सब कुछ साफ हो जायेगा सूत्रों की माने तो इस घटना को अंजाम अभिषेक ने दिया पर पुलिस अभी तक इस मामले में खुलासा नही किया इसलिए थोड़ा इंतजार करना मुनासबी होगा बहरहाल आरोपी कोई भी हो कितना भी रसूख और पैसे वाला हो गरीब ड्राइवर को न्याय ही सही श्रद्धांजलि होगी,लागातर सोशल मीडिया में कई तरह की जन चर्चाएं चल रही है कि सत्ता का रसूख एक गरीब ड्राइवर की जान ले लिया पर कार्यवाही के नाम पर सब मैनेजमेंट में लगे हुए है