26-9-2024 का जनपद से जारी पत्र बताता है कि सोलर स्ट्रीट लाइट में हुआ घोटाला,जनपद के आदेश के बावजूद सचिवों पर राजनैतिक दबाव बना भृष्टाचार को दिया गया अंजाम 
अनूपपुर - सोलर स्ट्रीट लाइट घोटाले में अब हर दिन एक नया खुलासा सामने आ रहा है और इन खुलासों से ये साफ साबित हो रहा है कि जनपद के आदेश के बावजूद भी भृष्टाचार को अंजाम दिया गया,
दरसल जनपद पुष्पराजगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गणेश पांडेय ने दिनांक 26-09-2024 को पत्र क्रमांक/1647/जन.पंचा./2024 में स्पष्ठ लेख किया है कि ग्राम पंचायतों में नियम विरुद्ध तरीके से सोलर स्ट्रीट लाइट लगाये जाने के संबंध में 
यह देखने मे आया है कि ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट सोलर पैनल लगाये जा रहे है  जिसकी तकनीकी स्वीकृति अन्य विभागों से करा कर संदेहास्पद एवं नियम विरुद्ध कार्य कराया जा रहा है,ज्ञातव्य हो कि पूर्व में विभिन्न पंचायतों में सोलर पैनल स्ट्रीट लाइट का कार्य ऊर्जा विभाग के स्पेसिफिकेशन के आधार पर क्रय भंडार नियमो का पालन न करते हुए उक्त कराए  गये थे जिसके विरुद्ध में विधान सभा मे प्रश्नों के माध्यमसे बात सामने आई थी जिस पर कार्यवाही करते हुए राशि वसूली की कार्यवाही की गई थी अतः आप को सूचित किया जाता है कि शासन के दिशा निर्देशों के विपरीत कार्य कराए जाने पर संबंधितों की जिम्मेदारी तय की जाएगी यह पत्र अनुविभागीय अधिकारी पुष्पराजगढ़,कलेक्टर अनूपपुर,सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर को सूचनार्थ भेजा गया थ समस्त सचिवों के साथ इसके बावजूद उमेश ट्रेडर्स के संचालक उमेश शर्मा के द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंचों सचिवों पर राजनैतिक दबाव बनाते हुए सोलर स्ट्रीट लाइट बाजारू कीमत से कई गुना अधिक कीमत पर लगाई गई और इसकी तकनीकी स्वीकृति अन्य विभागों से करा कर लगाई गई और जिन सचिवों ने भुगतान रोकने का प्रयास किया उनको लगातार राजनैतिकी दबाव बनाते हुए धमकियां दी गई कि अगर पंचायत में सचिव रहना है तो भुगतान करिये अन्यथा ट्रांसफर करा दूंगा लगातार कई पंचायतों में।इसी तरह से धमकिया देते हुए कीमत से कई गुना अधिक कीमत पर सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई गई एक तरफ सारे नियम कानून को दरकिनार करते हुए पंचायतों से जबरजस्ती ग्राम सभा मे प्रस्ताव पास करवा कर दूसरे विभाग के अधिकारियों से तकनीकी स्वीकृति प्राप्त कर भृष्टाचार को अंजाम दिया गया,
क्या कर सकती है जिला पंचायत
जिन पंचायतो में सोलर स्ट्रीट लाइट लग चुकी है और उसका भुगतान भी इस उमेश ट्रेडर्स के द्वारा दबाव बनाते हुए करा लिया गया है उनका भौतिक सत्यापन जिला पंचायत टीम गठित कर करवाये और इन स्ट्रीट लाइटों की कीमत बाजार में क्या है बाजारू कीमत से कितना अधिक भुगतान वेंडर के द्वारा लिया गया मामला पंजीबद्ध कराते हुए वसूली की कार्यवाही की जानी चाहिए और अगर किसी ग्राम पंचायत में वाकई में सोलर स्ट्रीट लाइट की आवश्यकता नजर आती है तो बाकायदा जनपद से एक टीम गठित कर उस सोलर स्ट्रीट लाइट की उपयोगिता संबंधी दस्तावेज तैयार कर बाकायदा प्रस्ताव जनपद को दिया जाये जिसके बाद जनपद या जिला पंचायत के द्वारा बाकायदा निविदा का प्रकाशन कर इस कार्य को आगे बढ़ाया जाना चाहिए,इस पूरे घोटाले में अब तक न तो एक निविदा का प्रकाशन किया गया और न ही जैम पोर्टल से खरीदी की प्रक्रिया को अपनाया गया और इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि एक गिरोह है जिसका अनूपपुर जिले का सरगना उमेश शर्मा है और सब कुछ अंदर खाने से सरपंच सचिवों पर दबाव बना कर 15 हजार की सोलर स्ट्रीट लाइट को साठ से सत्तर हजार रुपये पर लाइट के हिसाब से लगा कर भुगतान लिए गये, हालांकि मिली जानकारी के मुताबिक अब इस पूरे मामले में जिला पंचायत के सीईओ तन्मय वशिष्ट ने अपना रुख साफ कर दिया  है,और शख्त निर्देश दिए है कि जांच कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये