आमाडांण खुली खदान में चल रहा काला हीरा का काला खेल-महाप्रबंधक के आंख में बंधी काली पट्टी..?

केंद्र सरकार,डीजीएमएस,सीएमडी के आदेशों को कालरी प्रबंधन कर रहा तेरही,प्रभावित किसानों ने जिला प्रशासन से किया कार्यवाही की मांग

 

कोतमा /  सरकार कोयला मंत्रालय,डीजीएमएस,जिला प्रशासन अनूपपुर एवं सीएमडी एसईसीएल, के बनाए नियम कानून को जमुना कोतमा क्षेत्र का कालरी प्रबंधन रौंद कर अआमाडांण खुली खदान में काला हीरा का अवैध कारोबार संचालन किया जा रहा है यहां के अवैध कारोबार में लगाम पाने के लिए जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक,सब एरिया मैनेजर,कालरी प्रबंधक,एवं सेफ्टी ऑफिसर, सुरक्षा गार्डों के हांथ पांव फूल हैं साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड क्षेत्र अंतर्गत कार्य कर रही स्थानीय जमुना कोतमा कालरी प्रबंधन आमडांण खुली खदान में किसी बड़े घटना होने का इंतजार कर रही है। केंद्र एवं प्रदेश सरकार, न्यायालय एवं डीजीएमएस के बनाए नियम कानून मापदंड की धज्जियां उड़ाकर जमुना कोतमा कालरी प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी एवं महाप्रबंधक पूरी तरह से चौपट कर मनमानी तरीके से कार्य करने में उतारू है जिसे लेकर कालरी क्षेत्र के प्रभावित लोगों में भारी आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है इस विषय की शिकायत ग्रामीणों द्वारा साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के सीएमडी के पास लिखित रूप में की गई है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोसी जनो के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है शिकायत पत्र में उल्लेख है कि कालरी प्रबंधन आमाड़ाड खुली खदान में व्यापक आर्थिक अनियमितता एवं प्रशासनिक अनियमितताएं की गई है जिसकी सम्पूर्ण जॉच आवश्यक है।कंपनी के साथ की गई धोखाधड़ी एवं कंपनी को पहुंचाई गई क्षति की वसूली की जानी आवश्यक है।आमाड़ाड खुली खदान से निकलने वाले कोयले की ग्रेड G-6 से G-8 की कोयले में सेल कोयले की मिलावट कराकर G-16 तक पावर प्लांटों एवं संस्थानों को भेजवा दिया जाता है जिससे कोयले की ग्रेड में गिरावट आ गई ऐसे कृत्य के चलते एस.ई.सी.एल. को करोड़ों रुपयों की क्षति हुई जिसकी वसूली खान प्रबंधक से की जानी चाहिये।शिकायत पत्र में उल्लेख है कि कोयला में सेल मिलाने से उत्पादित कोयले की ग्रेड तो खराब हुआ ही जो कोयला स्टाक में पड़ा था उसमें आग लग गयी जिसमें कंपनी को भारी आर्थिक क्षति हुई उस क्षति की वसूली खान प्रबंधक एवं जिम्मेदार अधिकारियों से की जानी चाहिये।बताया गया है कि वर्तमान स्टाक में रखा हुआ लाखों टन कोयला का जो स्टाक बताया जा रहा है उसकी जाँच कराई जा सकती है उसमें कोयले की जगह घटिया सेल एवं मिटटी का ढेर  बना कर रखा गया है।खान प्रबंधक आमाड़ाड खुली खदान के द्वारा ओ.बी. के रेसक्यू में अधिक कोयला उत्पादन होना बताया गया है जो संभव ही नही है जितना ओ.बी. उत्पादन उतना ही कोयला उत्पादन है। इस संबंध में अन्य जॉच एजेंसी कैग ने भी प्रश्न खड़ा किया है उसका कारण है कि कादरी प्रंबधन ने प्राइवेट पैच से सेल कोल को लाकर अच्छे ग्रेड के कोयले मे मिलावट कर उसकी मात्रा बढ़ाई, डिपार्टमेंट प्रोडेक्सन के नाम पर कंपनी को डीजल एवं अन्य संसाधनों का दुरुपयोग किया और अपने चहेतों की फर्जी हाजरी एवं ओवर टाईम देकर कंपनी को लाखों रुपयों की क्षति पहुँचाई जिसकी वसूली आवश्यक है।खान प्रबंधक आमाड़ाड खुली खदान द्वारा खान सुरक्षा नियमों की खुले आम धज्जियाँ उड़ाई जा रही है जिसकी जॉच आवश्यक है। इन कारणों से रोज खदान के अन्दर दुर्घटनायें होती है जिसको रिपोर्ट नही की जाती और कहा जाता है कि डी.जी.एम.एस. जबलपुर को पैसा चाहिये, लाखों रुपयें इसी कारण हर महीने देता हूँ, डी. जी.एम.एस. मेरा कुछ नही बिगाड़ सकता, आमाड़ाड खुली खदान में खान प्रबंधक ने 100 मीटर की कोई सुरक्षा जोन कहीं नहीं छोड़ा है आबादी के बीच में खदान होनें के बावजूद आबादी मकान के किनारे तक खदान चलाई जा रही है किसी तरह का बेचिग नही की गई है जिसके कारण आये दिन खदान में जानवर एवं रहवासी खदान के अन्दर गिरते है लेकिन दुर्घटना की कोई रिपोर्ट नहीं होती। खदान के बीचों बीच खुले आम सार्वजनिक रोड स्थित है जिसमें आये दिन गोवंस ट्रिपर से टकरा कर मरते है जिन्हें डम्पिंग में लेकर दबा दिया जाता है जॉच के समय हमारे द्वारा फोटो ग्राफ प्रस्तुत किया जायेगा।खदान के अन्दर में रोडसेल में कालरी प्रबंधन द्वारा अपने निजी लोगों को लगाकर नियम विरुद्ध वसूली कराई जाती है जिसमें नियमों के विरुद्ध खदान में सैकड़ों लोग देखे जा सकते हैं। आमाड़ाड से पयारी मार्ग के बीच नियमों को ताक में रखकर आम सड़क में सैकड़ों O.B. के ट्रक आर-पार करते है रोज दुर्घटनायें घटित होती है सैकड़ों गोवंस की आज तक खुले आम हत्या हो चुकी है इसक वावजूद डी.जी.एम.एस. जबलपुर ने कोई कार्यवाही नही किया जिससे यह बात प्रमाणित होती है कि डी.जी.एम.एस. जबलपुर पैसा लेकर कुछ भी नही देख रहा है।खदान के अन्दर लाखों की तादात में वृक्षों की कटाई की जा रही है जिसमें फलदार एवं गैर फलदार वृक्ष है, पर्यावरण नियमों का खुले आम उल्लंघन के वावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं। खदान में धूलों का गुब्बार उमड़ता है पानी का कोई छिडकाव नही जिस दिन प्रदूषण निंयत्रण अधिकारी का दौरा होता है उसी दिन पानी का छिड़काव व उसके वावजूद पर्यावण विभाग कालरी प्रबंधन पर मेहरबान क्यों ।खान प्रबंधक द्वारा आवादी के बीच में हैवी ब्लास्टिंग किया जाता है आम सार्वजनिक सड़कों के किनारे नियम विरुद्ध ब्लास्ट किया जाता है ब्लास्ट से उडने वाले बड़े बड़े पत्थरों से कई लोगों को नुकसान हो चुका है किन्तु उनकी कोई रिपोर्ट नही होती । ब्लास्टिंग कन्ट्रोल के लिये रेता की बोरी भराव का नियमानुसार टेण्डर होता है निविदाकर्ता को हर बार फर्जी भुगतान कर दिया जाता है।खान प्रबंधक आमाड़ाड खुली खदान में S.B.L. नाम की बारुद कंपनी से घटिया मैटेरियल क्रय किया जाता है इस कंपनी से कादरी प्रबंधक की मिली भगत है जिससे हर माह बारुद की मात्रा में हेर-फेर कर वसूली की गई है।आमाडांण खुली खदान के प्रबंधक ने प्राइवेट नील कण्ठ से उत्पादित होने वाले कोयलें को 75 प्रतिशत साइडिंग नही भेजकर रोड सेल में 100 प्रतिशत कोयले को भेजा गया । रोड सेल में खान प्रबंधक  द्वारा व्यापक अनियमितता की गई। खान के अन्दर सुरक्षा मानकों का खुले आम उल्लंघन कर सैकड़ों लेबर कोयला हटाने के नाम पर खदान में रोज काम करते हैं। 5000/रुपए प्रति ट्रक की गुण्ड़ा टैक्स की वसूली आमाड़ाड खुली खदान में रोड सेल के ट्रकों से कराई जाती है। रोड सेल को माफियो का अडडा बना दिया गया है जिस कंपनी का डी.ओ. लगता है उससे साठ-गाँठ कर स्लैक की जगह स्टीम लोड कराया गया करोडों रुपये कंपनी को क्षति पहुंचाकर अपना आर्थिक लाभ लिया गया। पे लोडर जिनके खदान के अन्दर लगाये गये उनसे 6/-रु. प्रति टन अलग से वसूली भी कराई जाती है। रोड सेल में नियम कायदे कानूनों सुरक्षा मानकों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं जिसकी सी.बी.आई. से भी जाँच कराई जा सकती है।जमुना कोतमा क्षेत्रआमाडांण खुली खदान अंतर्गत प्रभावित किसानों ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार,अनूपपुर कलेक्टर,एसईसीएल के सीएमडी से उपरोक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोशीजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की किए हैं।