विश्वविद्यालय अमरकंटक में रेडियों एवं पॉडकास्टिंग कार्यशाला का आयोजन,रेडियों में हैं अपार संभावनाएं-राजेंद्र चुघ

रेडियो में हैं अपार संभावनाएं-राजेंद्र चुघ
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में प्र.कुलपति प्रो ब्योमकेश त्रिपाठी के दिशा निर्देशन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से आयोजित रेडियो एवं पॉडकास्टिंग विषय में कार्यशाला हुई।कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए आकाशवाणी के पूर्व मुख्य समाचार संपादक एवं प्रसिद्ध सामुदायिक रेडियो विशेषज्ञ श्री राजेंद्र चुघ ने कहा कि रेडियो जिंदा है और अभी भी दुनिया में प्रभावी भूमिका निभा रहा है. इस जादुई माध्यम ने डिजिटल मीडिया से तालमेल बैठाकर रेडियो प्रेमियों को वैविध्यपूर्ण कार्यक्रम और मनोरंजन से संतुष्ट करने का काम किया है. उन्होंने कार्यशाला में सहभागियों को इन्टरनेट रेडियो और रेडियो के नए रूपों की बारीकियां समझाई. पॉडकास्टिंग को उन्होंने ऐसा उभरता हुआ मंच बताया जिसका व्याकरण अभी विकसित हो रहा है. उन्होंने पॉडकास्टिंग को और प्रभावी बनाने के लिए इसके फॉर्मेट के विकास को जरूरी बताया और कहा कि इस दिशा में कैरियर बनाने के इच्छुक लोगों को इसकी बारीकियां और जरूरतों का पता होना चाहिए. नई दिल्ली से पधारे श्री चुघ ने वेबसाइट और वेबलिंक के माध्यम से विषय को व्याख्यायित किया. कार्यशाला में स्वागत भाषण में संकाय प्रमुख और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो राघवेंद्र मिश्रा ने कहा कि रेडियो और पॉडकास्टिंग में कैरियर के नए अवसर उपलब्ध हैं. उन्होंने आगे कहा कि विद्यार्थियों के कौशल विकास और रोजगारपरक दृष्टि के विकास के लिए ऐसे कार्यक्रम होते रहेंगे. कार्यशाला में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राम भूषण तिवारी, सुश्री अभिलाषा तिर्की और डॉ वसु चौधरी ने भी अपने विचार रखे. मंच संचालन विवेक नेमा और धन्यवाद ज्ञापन कीर्ति किरण ने किया.